कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन करने राष्ट्रीय राइडर्स का ग्रुप जयपुर से ग्रास वॉर मेमोरियल कारगिल के लिए रवाना हुआ था. देर शाम पानीपत पहुंचने पर हरियाणा रोडवेज डिपो के महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने प्रशासन की ओर से उनका भव्य स्वागत करने के साथ उनकी सफल यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी.
राष्ट्रीय राइडर्स ग्रुप के कमांडर हिम्मत सिंह शेखावत ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सेना को धन्यवाद करने के मुख्य उद्देश्य से 2016 में प्रेरणा मिली थी. उन्होंने बताया कि देश के जवानों ने बलिदान दिया है इसी के नियमित राष्ट्रीय राइडर्स ने शहीदों का धन्यवाद करने का संकल्प लिया है.
हिम्मत सिंह ने बताया कि जयपुर से कारगिल तक 4000 किलोमीटर की यात्रा को 16 दिन में कारगिल विजय दिवस की 25 वी सालगिरह कारगिल में पूरी होगी. उन्होंने जानकारी दी कि दिल्ली में एक अभियान के दौरान बहुत सारे स्कूली व कॉलेज के बच्चों ने शहीदों को याद करते हुए पत्र लिखे हैं , वही पत्र आर्मी कैंप में वितरित करते हुए पहुंचेंगे. कमांडर ने बताया कि राष्ट्रीय राइडर्स ग्रुप ने कैप्टन अनुज नैयर जिन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया है उस पर आधारित 1999 टाइगर ऑफ ग्रास नामक पुस्तक लिखी है.
हिम्मत सिंह ने बताया कि जयपुर आर्मी से जनरल आफिसर कमांडिंग मेजर जनरल गोदाराम ने झंडी दिखाकर रवाना किया था. कमांडर ने बताया कि मनाली से लेह लद्दाख में हुए युद्ध स्मारक पर शहीदों को नमन करते हुए सियाचिन के रास्ते होते हुए 25 जुलाई को कारगिल पहुंचेंगे. कारगिल में दो दिन का ठहराव होगा. इस दौरान कारगिल में जिस स्थान पर युद्ध लड़ा गया था उन स्थानों पर जाकर शहीदों को नमन करेंगे.
25 से 30 राइड्स करीब 31,000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके हैं. हमारा केवल उद्देश्य भारतीय सेना के शहीदों को नमन करना है. महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने बताया कि राष्ट्रीय राइडर्स ग्रुप कारगिल में शहीदों को नमन करने जा रहे हैं जवानों का अभिनंदन किया है. उन्होंने कहा कि स्वागत करने का हमारा उद्देश्य केवल यही है कि राष्ट्रीय राइडर्स जो संदेश युवाओं तक पहुंचाना चाहते हैं. जिससे युवा प्रेरित हो. आपको बता दे की राष्ट्रीय राइडर्स ग्रुप में देश के पंजाब, हरियाणा ,राजस्थान, तमिलनाडु , केरल व उत्तर प्रदेश राज्यों से जवान शामिल थे.