Shambhu Border Farmers Protest: दिल्ली की ओर मार्च करने से रोके जाने के बाद, किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले लगने से कुछ किसानों के घायल होने के बाद, प्रदर्शनकारी किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर दिल्ली की ओर अपना पैदल मार्च शुक्रवार को स्थगित कर दिया. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि अब 101 किसानों का जत्था 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर मार्च करेगा. पंधेर ने कहा कि एक दिन केंद्र सरकार के साथ बातचीत के लिए रखा गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों का सरकार से टकराव का कोई इरादा नहीं है, वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रखना चाहते हैं.
Farmers Delhi March: शुक्रवार को 101 किसानों के जत्थे ने दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया, लेकिन उन्हें हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाए गए बहुस्तरीय बैरिकेड्स के कारण रोक दिया गया. जब कुछ किसान बैरिकेड्स के पास पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिससे कुछ किसान घायल हो गए. किसान नेता ने बताया कि घायल किसानों को अस्पताल ले जाया गया. पंधेर ने कहा कि इस स्थिति के मद्देनजर उन्होंने आज के लिए जत्था वापस बुलाने का निर्णय लिया.
Farmers Protest: किसान संगठनों के दो मंच, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा, एक बैठक के बाद अगले कदम के बारे में फैसला करेंगे. प्रदर्शनकारी किसानों ने सुरक्षाकर्मियों के अवरोधों को पार करने का प्रयास किया, लेकिन आगे बढ़ने में असफल रहे. हरियाणा पुलिस ने किसानों से आगे न बढ़ने की अपील की है.
Shambhu Border Farmers Protest: किसान नेता पंधेर ने हाल ही में मार्च शुरू करने वाले 101 किसानों को 'मरजीवड़ा' कहा, जो किसी मकसद के लिए जान देने को तैयार हैं. उन्होंने हरियाणा प्रशासन द्वारा पैदल मार्च पर रोक लगाए जाने की आलोचना की. यह बयान उस समय आया है जब किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैंच.
Haryana Internet Closed: हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवा पर नौ दिसंबर तक रोक लगा दी है. यह कदम उन गांवों में लागू किया गया है, जहां किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. अंबाला प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को भी बंद करने का आदेश दिया है.
Kisan Andolan: पंधेर ने कहा कि यदि सरकार उन्हें मार्च निकालने से रोकती है, तो यह उनके लिए नैतिक जीत होगी. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्यों में उनके नेता नियमित रूप से कहते रहे हैं कि यदि किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं लाते हैं, तो कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
Farmers Demand: किसान शंभू और खनौरी सीमा पर सिख गुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस मनाने के साथ-साथ, एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा, वे कर्ज माफी, पेंशन, और बिजली दरों में वृद्धि न करने की भी मांग कर रहे हैं.