नाथद्वारा- राजस्थान में भगवान शिव की 351 फीट ऊंची और इसके सामने 25 फीट की भगवान शिव की सवारी नंदी की मूर्ति स्थापित है. इस मंदिर को नाथद्वारा के गणेश टेकरी इलाके में बनाया गया है.
मुरुदेश्वर- कर्नाटक की भटकल तालुका में बने मुरुदेश्वर मंदिर अरब सागर से घिरा हुआ है. यह दुनिया की सबसे बड़ी शिव की मूर्ति है. इस 123 फीट ऊंची शिव की मूर्ति पर सूरज की रौशनी पड़ती है.
आदियोगी शिव- इन दिनों सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा वायरल होने वाली शिव की अर्ध मूर्ति फोटो है. यह मूर्ति तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में बनी हुई है. जो 112.4 फ़ीट लंबी है. इस मूर्ति को देखने के बाद आप इससे नजरे नहीं हटा पाएंगे.
कोटिलिंगेश्वर मंदिर- कहते हैं कि कर्नाटक के कोटिलिंगेश्वर मंदिर में 1 करोड़ शिवलिंग के साथ 108 फीट लंबा विशाल शिवलिंग स्थापित है. यह मंदिर कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित है. आप चाहें तो इस जगह पर अपना शिवलिंग भी स्थापित कर सकते हैं.
त्र्यंबकेश्वर मंदिर- त्र्यंबकेश्वर मंदिर गोदावरी नदी के किनारे नासिक से लगभग 35 किलोमीटर दूर है. कहते हैं कि पेशवा बालाजी बाजी राव ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था.
तुंगनाथ मंदिर- देव भूमि यानी की उत्तराखंड की पावन जमीन पर भगवान शिव का मंदिर सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है, जिसे लोग तुंगनाथ मंदिर के नाम से जानते हैं. यह मंदिर समुद्र तल से 12073 फ़ीट की ऊंचाई पर स्थित है. यह राज्य रुद्रप्रयाग ज़िले में आता है.
लिंगराज मंदिर- ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में सबसे बड़ा और सबसे पूराना मंदिरों में एक माना जाता है. इस मंदिर शिव लिंग की चौड़ाई और लंबाई समान आकार के हैं.
बृहदेश्वर मंदिर- शायद आप लोग मालूम नहीं होगा कि तमिलनाडु का ये मंदिर UNESCO की विश्व धरोहर स्थल वाली लिस्ट में शामिल है. इस मंदिर में भी एक विशालकाय शिवलिंग उपस्थित है. यहां नंदी की प्रतिमा को एक ही पत्थर को काटकर बनाया गया है.
वडकुनाथन मंदिर- भोलेनाथ का यह आखिरी मंदिर केरल के त्रिशूर जिले में स्थित है. इस मंदिर को लोग वडकुनाथन मंदिर के नाम से जानते है. यह मंदिर 9 एकड़ में फैला है और इसमें भगवान शिव, भगवान राम और शंकरनारायण की मूर्तियां स्थापित हैं.