Sawan Shivratri 2024: हिंदू धर्म में शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. पंचांग के अनुसार, हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. भगवान भोलेनाश को समर्पित सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन कांवड़िए शिवलिंग पर गंगा जल चढ़ाते हैं. सावन शिवरात्रि के अवसर पर आज देशभर के शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों की भीड़ नजर आ रही है.
सावन शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों ने राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में पूजा-अर्चना कर भोले बाबा और माता गौरी का आशीर्वाद लिया.
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है. सावन महीने की शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. भोले बाबा के भक्त हरिद्वार से गंगा जल लाकर अपने आस-पास स्थित शिव मंदिर में भोले बाबा को जल अर्पित कर रहे हैं.
गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ महादेव मंदिर में आज सुबह से ही भक्तों की भीड़ नजर आ रही है. सावन शिवरात्रि के अवस पर भक्त भोले बाबा के दर्शन और जलाभिषेक के लिए मंदिर पहुंचे हैं. मंदिर में लंबी-लंबी कतार लगी हुई हैं. शिव भक्तों का कहना है कि इस मंदिर को पौराणिक काल से जोड़कर मंदिर को देखा जाता है. स्वयंभू शिवलिंग के रूप में भगवान भोले शंकर यहां पर विराजमान हैं. जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान भोले नाथ से जो भी मांगता है उसकी मनोकामना पूरी होती है.
रोहतक के किलोई में स्थित 2,000 साल पुराने शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए भक्तों की लंबी कतार नजर आ रही है. सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के चलते मंदिर में पुलिस बल भी तैनात रहा. वहीं, मंदिर कमेटी के स्वयंसेवकों ने भी व्यवस्था संभाली.
सावन शिवरात्रि के अवसर पर भक्त हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करते हुए नजर आए. सुबह से ही मंदिर में भक्तों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली.