Delhi Weather Update: दिल्ली की सर्दियों का तापमान आमतौर पर शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास गिरता है, जो हिमालय के कुछ पहाड़ी हिल स्टेशनों से भी कम है हालांकि, शहर में कभी भी बर्फबारी नहीं होती. आइए इसका कारण जानते हैं.
Delhi Weather: ठंड की लहर ने राष्ट्रीय राजधानी को पहाड़ी स्टेशनों की तुलना में अधिक ठंडा बना दिया है. रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली का न्यूनतम तापमान डलहौजी (4.9 डिग्री सेल्सियस), धर्मशाला (5.2 डिग्री सेल्सियस), कांगड़ा (3.2 डिग्री सेल्सियस), शिमला (3.7 डिग्री सेल्सियस), मसूरी (4.4 डिग्री सेल्सियस) और नैनीताल (6.2 डिग्री सेल्सियस) से भी कम था.
Delhi Fog: दिल्ली में फैला कोहरा सूर्य की रोशनी को रोक रहा है, जिससे ठंड बढ़ रही है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 7 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जो कोहरे को हटाने और कुछ राहत लाने में मदद कर सकता है.
Why it never Snowfall in Delhi: दिल्ली में बर्फबारी का सपना कभी पूरा नहीं होता है. कई कारणों से दिल्ली में बर्फबारी संभव नहीं है.
Delhi Coldwave: दिल्ली में सर्दियों में तापमान बहुत कम हो जाता है, खासकर जनवरी में जब हिमालय से ठंडी हवाएं आती हैं. हालांकि, यह ठंड बर्फबारी के लिए पर्याप्त नहीं है. दिल्ली का सूखा मौसम और उसके भूगोल की स्थिति इसे बर्फबारी से दूर रखती है.
Delhi Temerapture: दिल्ली और उसके आसपास का न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुँचता है, जो बर्फबारी के लिए जरूरी है. मगर जब तापमान 0 डिग्री के आसपास होता है तो दिल्ली में आमतौर पर बर्फ नहीं, बल्कि पाला होता है. बर्फबारी के लिए तापमान का शून्य या उससे कम होना जरूरी है.
Clouds: बर्फबारी के लिए बादलों का बनना आवश्यक है, लेकिन दिल्ली के आसमान में सर्दियों में जब बादल होते हैं, तो वे गर्मी को फंसाते हैं, जिससे बर्फबारी नहीं होती. जमीन के स्तर पर भी तापमान शून्य से कम होना चाहिए.
Delhi Winter: दिल्ली की सर्दियां घने कोहरे और धुंध से भरी होती हैं, जो सूर्य की रोशनी को रोकती हैं. इससे दृश्यता कम होती है और ठंड बढ़ जाती है. इस प्रकार, दिल्ली में बर्फबारी का सपना केवल एक सपना ही रह जाता है.