इंटरचेंज के निर्माण के लिए 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण सफलतापूर्वक किया जा चुका है. यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से 10 किलोमीटर की दूरी पर जगनपुर-अफजलपुर में केजीपी को जोड़ा जाएगा.
ग्रेटर नोएडा से गुजर रहे केजीपी का यमुना एक्सप्रेसवे से कोई लिंक न होने के कारण आगरा जाने वाले वाहन चालकों को 15 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए यह इंटरचेंज महत्वपूर्ण साबित होगा. इसके माध्यम से परी चौक और कासना के जाम से राहत मिलेगी.
इस इंटरचेंज के निर्माण पर लगभग 270 करोड़ रुपये खर्च होंगे. हालांकि, निर्माण कार्य में पहले 22 करोड़ रुपये की बाधा आई थी, जिसके कारण मई में काम रुक गया था. एनएचएआई ने इसके निर्माण की जिम्मेदारी ली और अब कार्य फिर से शुरू हो गया है.
इंटरचेंज पर कुल आठ लूप बनाए जाएंगे, जो 11 किलोमीटर के होंगे. इनमें चार लूप उतरने और चार लूप चढ़ने के लिए होंगे. इससे यात्रियों को बिना किसी जाम का सामना किए आसानी से एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने की सुविधा मिलेगी.
इस इंटरचेंज के बनने से गाजियाबाद, हापुड़ और मेरठ के निवासियों को आगरा जाने के लिए ग्रेटर नोएडा परी चौक नहीं जाना पड़ेगा. इससे इन जिलों के वाहन सीधे यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेंगे. इसके अलावा, मथुरा और आगरा से आने वाले यात्रियों को भी 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर नहीं करना पड़ेगा.