Wrestlers Protest: पहलवानों के समर्थन में दिल्ली जा रहे लोगों को भिवानी पुलिस ने हिरासत में लिया
Wrestlers Protest: हरियाणा के भिवानी खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली जा रहे सामाजिक संगठनों के लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस ने बताया कि कोई असामाजिक तत्व अप्रिय घटना को अंजाम ना दे सके, इस उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई है.
Wrestlers Protest: हरियाणा के भिवानी से खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली जा रहे सामाजिक संगठनों के लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि भिवानी रेलवे स्टेशन से 34 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनमें किसान नेता और महिलाएं शामिल हैं. बता दें, अखिल भारतीय किसान सभा ने खिलाड़ियों के समर्थन का ऐलान किया था, जिसके बाद आज उनके समर्थन में भिवानी से लोग दिल्ली की ओर जा रहे थे. वहीं, किसान सभा ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि प्रजातंत्र की आवाज को दबाई जा रही है.
एक महीने से दे रहे हैं धरना
हरियाणा के कई पहलवान पिछले एक महीने से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. इसी कड़ी में खिलाड़ियों के समर्थन में अखिल भारतीय किसान सभा ने रविवार को दिल्ली कूच कर खिलाड़ियों के समर्थन में धरना देने का आह्वान किया था. तय कार्यक्रम अनुसार रविवार को दिल्ली कूच कर रहे किसान सभा के सदस्यों को भिवानी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर घरों में नजरबंद कर दिया गया है, जिसके बाद किसान सभा के सदस्य काफी नाराज हैं.
सरकार पर तानाशाही का लगाया आरोप
इस मौके पर कमल प्रधान ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार महिला पहलवानों के कथित यौन शोषण के आरोपी को बचाने के लिए जनता के साथ तानाशाही व उत्पीड़न पर उतर आई है तथा शांतिपूर्ण आंदोलन को पुलिस की मदद से कुचलने का हथकंडा अपना रही है, लेकिन सरकार इन सब हथकंडों के बावजूद भी जनआंदोलन को कुचल नहीं पाएगी.
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देश के हालात आपातकाल से बुरे
उन्होंने कहा कि आज देश के हालात 1975 के आपातकाल से भी बुरे हो गये हैं. प्रजातंत्र का गला घोट दिया गया है. उन्होंने कहा कि जितनी ताकत से सरकार दमन पर उतरेगी, उतनी ही वह जनता से अलग-थलग पड़ेगी तथा उसका जनाधार सिकुड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह देश की बेटियों की सम्मान की लड़ाई है और उनके समान के लिए किसान-मजदूर सभी वर्ग कुर्बानी देने के लिए आगे आएगा. कमल प्रधान ने कहा कि जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे और बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष और आंदोलन तेज होता रहेगा. वहीं, गिरफ्तारी के मामले पर एसएचओ सुनील कुमार ने बताया कि कोई असामाजिक तत्व अप्रिय घटना को अंजाम ना दे सके, इस उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई है.
इनपुट- नवीन शर्मा