Haryana News: किसान आंदोलन में अपनी सक्रिय भागीदारी के साथ चर्चाओं में आई यूपी की पूनम पंडित के तीखे तेवर झज्जर में भी देखने को मिले हैं. उन्हें कांग्रेस द्वारा हाल ही में झज्जर जिला का प्रभारी बनाया गया है. प्रभारी बनते ही पूनम पंडित ने अपनी पार्टी के विपक्ष की भूमिका को चर्चित करने के लिए संसद के घेराव की तैयारी शुरू कर दी है. झज्जर हीं नहीं बल्कि हरियाणा के दूसरे प्रदेशों के साथ आने वाली 29 जुलाई को उन्होंने संसद घेराव की तैयारी शुरू कर दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

29 जुलाई को संसद का करेंगे घेराव
इस तैयारी के तहत शनिवार को पूनम पंडित झज्जर के बादली हलके में कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स के कार्यालय पहुंची. जहां उन्होंने काफी महिलाओं के साथ मिलकर संसद घेराव कार्यक्रम की तैयारी की रूपरेखा तैयार की. साथ ही उन्होंने मीडिया के सामने संसद घेराव कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आने वाली 29 जुलाई को उनकी पार्टी की महिला विंग द्वारा संसद घेराव की तैयारी की गई है. इस मामले में उनका मुख्य एजेंडा महिला आरक्षण बिल है. देश के प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण को लेकर संसद में बयान तो दे दिया, लेकिन धरातल पर इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसीलिए इस मामले में उनकी पार्टी की महिला विंग ने 29 जुलाई को संसद घेराव की तैयारी की है. 


धरना भी दे सकती है महिलाएं
इस कार्यक्रम में उनकी पार्टी की हरियाणा अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा भी विशेष तौर पर मौजूद रहेंगी. उनकी अगुवाई में ही सारा कार्यक्रम किया जाएगा. इस दिन न सिर्फ संसद को घेरा जाएगा बल्कि धरना भी दिया जाएगा. उन्होंने सख्त लहजे में हरियाणा सरकार को चेताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में जाने वाली महिलाओं को हरियाणा सरकार रोकने की कोशिश न करे. ऐसा इसलिए क्योंकि वह उस प्रदेश में बैठे हैं जहां हमने सीएम के हेलीकॉप्टर को भी नीचे नहीं उतरने दिया था. उन्होंने कहा कि महिलाएं ममतामयी भी होती हैं और काली का रूप भी. 


ये भी पढ़ें- Delhi News: बुराड़ी विधानसभा में रंग बदल रहा पानी, मंडरा रहा बीमारियों का खतरा


कांग्रेस भाजपा से हिसाब मांगने का अधिकार है
किसान आंदोलन को लेकर पूनम पंडित एक बार फिर से उग्र हुईं. उन्होंने कहा कि पूर्व में केन्द्र सरकार ने किसानों को बहका कर उनके 1 साल से चल रहे धरने को उठावाया था, लेकिन केन्द्र सरकार किसानों से किए गए अपने वादे पर खरी नहीं उतर सकी. जिसका परिणाम जल्द ही सामने आने वाला है. वह दिन दूर नहीं है जब किसानों का एक बार फिर से उग्र रूप सरकार को देखने को मिलेगा. कांग्रेस द्वारा भाजपा से उसके 10 वर्ष के काम का हिसाब मांगने और बदले में भाजपा द्वारा कांग्रेस से पहले उसके दस साल के काम का हिसाब दिए जाने के सवाल का जवाब देते हुए पूनम पंडित ने कहा कि सवाल का जवाब सवाल नहीं होता. कांग्रेस विपक्ष में है इसलिए कांग्रेस को सत्ताधारी भाजपा से 10 साल का हिसाब मांगने का अधिकार है. कांग्रेस हिसाब लेने वाली है.


Input- सुमित कुमार