Rajiv Gandhi Anniversary 2022: 20 अगस्त 1944 को मुंबई में देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म हुआ था, वो देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के पोते और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे. देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री की आज 78वीं जयंती है. इस अवसर पर आज हम आपको राजीव गांधी और सोनिया गांधी की लव स्टोरी के कुछ दिलचस्प किस्सों के बारे में बताने वाले हैं. 


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पहली मुलाकाल
इटली की सोनिया और भारत के राजीव की पहली मुलाकात कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में हुई थी. राजीव गांधी पढ़ाई के लिए कैंब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे तो वहीं सोनिया गांधी ने भी वहां पर अंग्रेजी सीखने के लिए आईं थीं. दोनों के पहली मुलाकात एक यूनिवर्सिटी के रेस्टोरेंट में हुई थी. 


पहली नजर में दिल हार बैठे राजीव गांधी
सोनिया और राजीव की पहली मुलाकात उनके एक दोस्त के माध्यम से हुई थी, जिसके बाद राजीव ने पहली मुलाकात में ही सोनिया के साथ जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया और यहीं से उनकी लव-स्टोरी की शुरुआत हुई. 


प्यार में राजीव हुए सभी विषयों में फेल
राजीव और सोनिया के लव-स्टोरी का असर पढ़ाई पर हुआ और राजीव सभी विषयों में फेल हो गए, जिसके बाद उन्हें कैंब्रिज यूनिवर्सिटी छोड़कर इंपीरियल कॉलेज में इंजीनियरिंग में प्रवेश लेना पड़ा. 


राजीव ने इंदिरा गांधी को पत्र लिखकर दी जानकारी
राजीव गांधी ने पत्र लिखकर अपनी मां इंदिरा गांधी को अपने प्यार सोनिया के बारे में बताया, जिसके बाद इंदिरा गांधी, सोनिया से मिलने के लिए लंदन पहुंच गई. पहली मुलाकात में ही सोनिया, इंदिरा को पसंद आ गईं. 


सोनिया का परिवार नहीं कराना चाहता शादी
सोनिया के पिता अलग देश के होने की वजह से इस शादी को लेकर डरे हुए थे, उन्हें लगता था कि सोनिया भारत के माहौल को नहीं अपना पाएंगी, इसलिए उन्होंने शादी से इंकार कर दिया था लेकिन बाद में वो मान गए. सोनिया के 21 साल होने के बाद उन्हें इस शर्त पर भारत भेजा कि वो देश को समझ के फैसला ले सकें. 


भारत के रंग में रंग गईं सोनिया
भारत आने के बाद सोनिया सफदरगंज रोड स्थित राजीव गांधी के घर पहुंचीं, इसके बाद उन्होंने लोधी गार्डन, इंडिया गेट, जामा मस्जिद जैसी जगहों की सैर की. कुछ दिनों में ही सोनिया भारत के रंग में रंग गईं और राजीव सो शादी कर ली. 


जवाहर लाल नेहरू के हाथों से बुनी साड़ी पहन बनी दुल्हन
सफदरगंज रोड के उद्यान नंबर एक में 25 फरवरी को सोनिया राजीव के दुल्हन के रूप में तैयार हुईं. उनकी शादी की साड़ी बेहद खास थी उसे जवाहर लाल नेहरू ने जेल में अपनी बेटी इंदिरा की शादी के लिए बुना था. इस साड़ी के साथ ही सोनिया भी हमेशा के लिए भारत की हो कर रह गईं.