Ram Rahim के जेल से बाहर आने पर कांग्रेस विधायक ने BJP से किया सवाल, हर बार चुनाव होने पर क्या मिलती रहेगी पैरोल?
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली है ओर डेरा प्रमुख को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रोहतक की सुनारिया जेल से बागपत के डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा लाया गया है. दुष्कर्म के मामले में राम रहीम के पैरोल पर बाहर आने पर कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने प्रदेश व क
Ram Rahim Parole: डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली है ओर डेरा प्रमुख को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रोहतक की सुनारिया जेल से बागपत के डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा लाया गया है.
दुष्कर्म के मामले में राम रहीम के पैरोल पर बाहर आने पर कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स ने प्रदेश व केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि भाजपाईयों को बताया चाहिए कि जिस प्रकार बार-बार राम रहीम को पैरोल दी जा रही है क्या आम कैदी को भी इस प्रकार से पैरोल दी जाती है. वत्स ने चुटकी लेते हुए कहा कि आम जनता को यह समझ लेना चाहिए कि जब-जब देश में जहां कहीं भी चुनाव होंगे रामरहीम को पैरोल दी जाती रहेगी.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है शायद इस बार भी रामरहीम को पैरोल इसी दृष्टि से दी गई है. दरअसल आपको बता दें कि डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से 30 दिन की पैरोल मिली है. राम रहीम 30 दिनों तक बागपत के डेरा सच्चा सौदा आश्रम में ही रहेगा. डेरा सच्चा सौदा आश्रम गुरमीत राम रहीम को आज रोहतक की सुनारिया जेल से करीब 5 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच हरियाणा की पुलिस लेकर के बागपत के बरनावा कशर्म के लिए रवाना हुई थी. बागपत के आश्रम में उन्हें 6 बजकर 45 मिनट पर आश्रम में लेकर आया गया है.
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बता दें कि डेरा प्रमुख राम रहीम अगले 30 दिनों तक आश्रम में ही रहकर ऑनलाइन प्रवचन करेगा. वहीं राम रहीम को पैरोल मिलने की सूचना के बाद उनके अनुयायियों में भी काफी उत्साह है.
बता दें कि कुलदीप वत्स गुरूवार को झज्जर में अपने हलके के कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनने हुए उन्होनें मणीपुर में दो महिलाओं को सार्वजनिक रूप से नग्न घुमाए जाने के वायरल हुए विडियो पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए देश में कड़े से कड़े कानून बनने चाहिए. इसी विषय पर उन्होंने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भी सवाल करते हुए कहा कि स्मृति ईरानी को बताना चाहिए कि मणीपुर की घटना पर आखिर उनकी आंखों का पानी क्यों सूख गया. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को भी इस मामले में कड़ा संज्ञान लेना चाहिए.
Input: Sumit Tharan