`कांग्रेस की रामायण` में सीता का हुआ चीरहरण, अपनी फिसली जुबान पर घिरे सुरजेवाला
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Congress spokesperson Randeep Surjewala) हाल ही में अपने विवाद बयान के चलते सुर्खियों में आ गए हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने `सीता मैया के चीरहरण` की बात कह डाली है. सुरजेवाला के इस बयान को बीजेपी (BJP) नेताओं ने मुद्दा बना लिया है.
नई दिल्लीः कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Congress spokesperson Randeep Surjewala) हाल ही में अपने विवाद बयान के चलते सुर्खियों में आ गए हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने 'सीता मैया के चीरहरण' की बात कह डाली है. सुरजेवाला के इस बयान को बीजेपी (BJP) नेताओं ने मुद्दा बना लिया है. सुरजेवाला मीडिया के सामने ईडी, CBI और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे थे.
उसी दौरान सुरजेवाला की जुवान फिसल गई और 'द्रौपदी के चीरहरण' की बजाए 'सीता मैया का चीरहरण' कह दिया. उन्होंने अपने बयान में कहा कि- 'बीजेपी पिछले चुनावों में बुरी तरह से हारी है. लोकतंत्र, कानून और नैतिकता की विजय होगी. जैसे एक समय में 'सीता मैया का चीरहरण' हुआ था वो लोग प्रजातंत्र का करना चाहते हैं... ऐसे लोग हारेंगे और बेनकाब हो जाएंगे.'
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खबरों की मानें तो सुरेजवाला ये प्रेस कॉन्फ्रेंस राज्यसभा चुनाव को लेकर कर रहे थे. दरअसर, सुरजेवाला महाभारत में द्रौपदी के चीरहरण की घटना का जिक्र करना चाहते थे, लेकिन उनके मुंह से 'सीता मैया का चीरहरण' निकल गया. इन दिनों नूपुर शर्मा के बयान से बीजेपी चारों तरफ से घिरी हुई थी और अब जब बीजेपी को मौका मिला तो पार्टी के नेताओं ने सुरजेवाला को घेरना शुरू कर दिया.
पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने निशाना साधते हुए कहा कि- ये कोई जुबान फिसलने का मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि वो जनेऊधारी हिंदू होने का दावा करते हैं लेकिन वो 'राम संस्कृति' के बजाए 'रोम संस्कृति' पर विश्वास करते हैं.
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