Ratan Tata: कंपनी का चेयरमैन बनते ही रतन टाटा ने तीन लोगों को निकाला था बाहर, जानें इसके पीछे का कारण
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2466516

Ratan Tata: कंपनी का चेयरमैन बनते ही रतन टाटा ने तीन लोगों को निकाला था बाहर, जानें इसके पीछे का कारण

Ratan Tata News: भारत को आजादी मिलने के अगले साल यानी 1948 में रतन टाटा के माता-पिता अलग हो गए थे. उस समय रतन टाटा सिर्फ 10 साल के थे और उनका पालन पोषण उनकी दादी (नवाजबाई टाटा) ने किया था. 

Ratan Tata: कंपनी का चेयरमैन बनते ही रतन टाटा ने तीन लोगों को निकाला था बाहर, जानें इसके पीछे का कारण

Ratan Tata Death: लंबे समय से बीमार चल रहे भारत के उद्योगपति रतन टाटा का 9 अक्टूबर की रात निधन हो गया. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने 86 साल की उम्र में अंतिम सांल ली. रतन टाटा किसी परिचय के मोहताज नहीं है. टाटा संस के चेयरमैन अपने अच्छे कामों, दरियादिली और करोड़ों लोगों की प्रेरणा के लिए जाने जाते रहे. इस उद्योगपति रतन टाटा के बारे में कई बातें हैं, जिनके बारे में आप शायद नहीं जानते होंगें. 

दादी ने किया रतन टाटा का पालन-पोषण
भारत को आजादी मिलने के अगले साल यानी 1948 में रतन टाटा के माता-पिता अलग हो गए थे. उस समय रतन टाटा सिर्फ 10 साल के थे और उनका पालन पोषण उनकी दादी (नवाजबाई टाटा) ने किया था. 

चेयरमैन बनते ही तीन लोगों को कंपनी से निकाला
1991 में रतन टाटा, टाटा संस के चेयरमैन बने थे. जब वह चेयरमैन बने तो उन्होंने तीन लोग को सबसे पहले कंपनी से निकाला. बता दें कि टाटा संस का चेयरमैन बनने से पहले वह JRD टाटा कंपनी के चेयरमैन थे. जेआरडी ने तीन लोगों को कंपनी की पूरी भागदौड़ सौंपी हुई थी. सभी फैसले यही तीनों लोग मिलकर लेते थे. जब रतन टाटा- टाटा संस के चेयरमैन बने तो उन्होंने कंपनी के लीडरशिप में बदलाव लाने का फैसला किया. उनको ऐसा लगता रहा था कि तीनों ने कंपनी पर अपना कब्जा जमा लिया है. कंपनी को बचाने के लिए रतन टाटा कई पॉलिसी लेकर आए, उनमे से एक एक रिटायरमेंट पॉलिसी थी. जिससे किसी भी डायरेक्टर को 75 की उम्र होते ही कंपनी से हटाना पड़ेगा. इस पॉलिसी के लागू होते ही सबसे पहले तीनों को गद्दी छोड़नी पड़ी. बता दें कि 2009 में उन्होंने भारत को सबसे सस्ती कार देने का वादा किया, जिसे हर मिडिल क्लास खरीद सके. उन्होंने 1 लाख रुपये में टाटा नैनो कार लॉन्च की.

चार बार हुआ था रतन टाटा को प्यार, लेकिन फिर भी नहीं की शादी 
Rendezvous with Simi Garewal शो में एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने रतन टाटा से इंटरव्यू में पूछा था कि उन्होंने शादी क्यों नहीं की. रतन टाटा ने कहा, कई सारी चीजें हुईं, जिन्होंने शादी करने से रोका. हालांकि यह बात बहुत ही दिलचस्प है कि वह उन्हें चार बार प्यार हुआ था. उन्होंने बताया था कि उन्हें चार बार प्यार हुआ और कई बार शादी करने के नजदीक तक भी पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी. इसलिए कई वजहों से शादी नहीं कर पाए. बता दें कि रतन टाटा और एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल भी रिलेशनशिप में रहे. यह खुलास खुद सिमी ने 2011 में ई-टाइम्स के इंटरव्यू में किया था. मगर कुछ समय बात उनका रिश्ता टूट गया था, लेकिन ब्रेकअप के बाद भी दोनों अच्छे दोस्त रहे.

रतन टाटा ने क्यों नहीं की थी शादी? 
बता दें कि रतन टाटा ने ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे को दिए इंटरव्यू में अपने पहले प्यार के बारे में बताया था. जब सॉस एंजिल्स में काम रह रहे थे, तब उन्हें प्यार हुआ था. उस दौरान 1962 में भारत-चीन के बीच युद्ध चल रहा था. लगभग उनकी शादी होने वाली थी, लेकिन लड़की के माता-पिता ने उसे भारत नहीं भेजा और रिश्ता टूट गया. फिर रतन टाटा कारोबार और व्यापार की दुनिया में रम गए.