नई दिल्लीः दिल्ली सरकार ड्यूटी के दौरान शहीद हुए दिल्ली के आठ जवानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देगी. यह शहीद जवान सेना, पुलिस, दमकल विभाग और होमगार्ड समेत अन्य विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे थे. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह घोषणा करते हुए कहा कि शहीद जवान दिनेश कुमार, जयंत जोशी, महावीर,  राधेश्याम, प्रवीण कुमार, भरत सिंह, नरेश कुमार और पुनीत गुप्ता के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी और अगर भविष्य में भी इनको कोई जरूरत होगी, तो दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है.


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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक हमारे देश में व्यवस्था बहुत खराब थी. जवानों के शहीद होने के बाद उनके परिवार को पूछने वाला कोई नहीं था. दिल्ली में सरकार बनने के बाद हमने तय किया कि हम शहीदों के परिवार की मदद करने और सम्मान देने के लिए उनको एक-एक करोड़ की सम्मान राशि देंगे. पिछले 7-8 साल में हम कई शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दे चुके हैं. अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली के रहने वाले आठ शहीद जवानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देने की घोषणा की.


प्रेस वार्ता कर सम्मान राशि की घोषणा करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम देखते हैं कि किस तरह से बॉर्डर पर हमारे सैनिक हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देते हैं. किस तरह से पुलिसवाले रोजाना हमारी सुरक्षा के लिए कई बार ट्रैफिक के उपर और कानून-व्यवस्था के दौरान अपनी जान की बाजी लगा देते हैं. उसी तरह से हमारे होमगार्ड और सिविल डिफेंस वालंटियर्स अपनी जान की परवाह किए बिना हम लोगों की सुरक्षा करते हैं. जब ऐसे लोग शहीद हो जाते हैं, तो इनके परिवारों को कोई पूछने वाला नहीं होता है.



उन्होंने आगे कहा कि अभी तक हमारे देश में शहीदों को लेकर व्यवस्था बहुत खराब थी. सरकार की तरफ से छोटी-मोटी राशि दे दी जाती थी, जो इनके परिवार के लिए बहुत कम होता था. ऐसे शहीदों की जान की कीमत नहीं लगाई जा सकती, लेकिन जब से दिल्ली में हमारी सरकार बनी है, तब से हमने तय किया कि शहीदों के परिवार की मदद करने और उनको सम्मान देने के लिए उनके परिवार को एक-एक करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी. पिछले 7-8 साल में हम कई शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दे चुके है.


सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने खुद कई शहीदों के घर जाकर उनके परिवार को सम्मान राशि दिया है. आज मैं आठ ऐसे शहीदों के नाम की घोषणा कर रहा हूं, जो पिछले कुछ समय में शहीद हुए हैं. दिल्ली सरकार ने तय किया है कि इन आठों शहीदों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी. इन आठों शहीदों को हम पूरे दिल्ली और देश की तरफ से नमन करते हैं. भगवान से प्रार्थना करते हैं कि इनकी आत्मा को शांति दे और इनके परिवार को इस हादसे को सहने की शक्ति दे. इन शहीदों के परिवारों को भविष्य में भी अगर कोई जरूरत होगी, तो दिल्ली सरकार हमेशा उनके साथ है.


दिल्ली के इन आठ शहीदों के परिवारों को मिलेगी एक-एक करोड़ की सम्मान राशि


1- दिनेश कुमार


नांगलोई निवासी दिनेश कुमार जी CRPF के 205 कोबरा बटालियन में बतौर इंस्पेक्टर काम करते थे. 2013 में एक आईडी विस्फोट में वे गंभीर रूप से घायल हो गए. वे काफी लंबे समय तक अस्पताल में रहे और 2017 में उनका निधन हो गया. दिनेश कुमार जी की शहादत को हम नमन करते हैं.


2- जयंत जोशी


द्वारका निवासी कैप्टन जयंत जोशी जी सेना में को-पायलट थे और पठानकोट के पास उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. उन्हें पठानकोट के आर्मी हॉस्पिटल में ले जाया गया, लेकिन वो शहीद हो गए.


3- महावीर


दिल्ली पुलिस में बतौर एसआई महावीर जी सरस्वती गार्डन में रहते थे. वो मेहता चौक पॉइंट पर ड्यूटी कर रहे थे और ट्रैफिक नियमों का सबसे पालन करवा रहे थे. इसी दौरान वे एक वाहन की चपेट में आ गए. उनको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पर उनका निधन हो गया.


4- प्रवीण कुमार


दिल्ली फायर डिपार्टमेंट में प्रवीण कुमार फायर ऑपरेटर थे. एक दिन डिस्पोजेबल प्लेट बनाने की एक फैक्ट्री में आग लग गई. वे आग बुझाने के लिए वहां पर पहुंचे. फैक्ट्री का पिछले वाला पूरा हिस्सा अचानक गिर गया. प्रवीण कुमार उसकी चपेट में आ गए और वे शहीद हो गए.


5- राधेश्याम


रोहिणी निवासी राधेश्याम दिल्ली पुलिस के बुराड़ी ट्रैफिक सर्कल में बतौर एएसआई ड्यूटी पर थे. उन्होंने देखा कि एक वाहन ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहा है. उसको पकड़ने के चक्कर में वो दूसरे वाहन की चपेट में आ गए और उनका निधन हो गया.


6- भरत सिंह


नरेला निवासी दिल्ली होमगार्ड के जवान भरत सिंह जी 6 जनवरी 2021 की रात को आउटर रिंग रोड, मुकरबा चौक फ्लाईओवर पर नाइट पेट्रोलिंग कर रहे थे. पेट्रोलिंग के दौरान एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी और मौके पर ही उनका निधन हो गया.


7- नरेश कुमार


वेस्ट विनोद नगर निवासी दिल्ली होमगार्ड के जवान नरेश कुमार लक्ष्मी नगर थाने में कार्यरत थे. पिकेट ड्यूटी के दौरान वो एक वाहन के शिकार हो गए. वाहन ने उनको अपनी चपेट में ले लिया.


8- पुनीत गुप्ता


पांडव नगर निवासी पुनीत गुप्ता जी सिविल डिफेंस वालंटियर थे. चेकिंग के दौरान उन्होंने देखा कि ढांसा की तरफ से एक ट्रक आ रहा है. उन्होंने उस ट्रक को रोकने की कोशिश की. ट्रक रुकने के बजाय उन्हें टक्कर मारकर भाग गया. मौके पर ही उनका निधन हो गया.