रेवाड़ी: श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक आज रेवाड़ी में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उनके सामने इलाज के लिए आई 13 साल की लड़की को डॉक्टर द्वारा प्रेग्नेंट बताने और उसके परिवार से दुर्व्यवहार की शिकायत भी रखी गई. मंत्री को जब मामले की जांच में देरी का पता चला तो उन्होंने सीएमओ को फटकार लगाई. अनूप धानक ने एसडीएम की अध्यक्षता में तीन दिन में मामले की जांच करके रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए. 


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बैठक में कुल 18 मामले रखे है, जिसमें 7 पुराने और 11 नए मामले शामिल थे. मंत्री ने इन पर सुनवाई करते हुए लंबित 11 में से 10 और पुराने 7 में से 2 मामलों का निपटारा कर दिया. बचे हुए 6 मामलों को अगली बैठक के लिए लंबित रखा गया. बैठक के दौरान खोल थाना क्षेत्र में एक 13 साल की नाबालिग को डॉक्टर द्वारा गर्भवती बताने का मामला भी रखा गया. 


मंत्री को बताया गया कि करीब तीन माह पहले खोल थाना क्षेत्र की नाबालिग लड़की पेट दर्द की समस्या लेकर डॉक्टर के पास गई थी. थायराइड का टेस्ट करने के बाद डॉक्टर ने लड़की को गर्भवती बता दिया था. इसके बाद डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज भी कर लिया था, लेकिन हद तो तब हो गई, जब नाबालिग का दोबारा टेस्ट कराया गया. रिपोर्ट में नाबालिग गर्भवती नहीं थी.


आरोप है कि जब लड़की के परिजनों ने इस पर नाराजगी जताई तो पुलिस और डॉक्टर ने परिवार के लोगों को बुरा भला कहा. इस मामले में पीड़ित परिवार ने डॉक्टर और पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी. कष्ट निवारण समिति की पिछली बैठक में परिवार की करीबी बीजेपी नेता हेमलता तंवर को जांच कमेटी में शामिल करने के मंत्री ने आदेश दिए थे, लेकिन सीएमओ ने ऐसा नहीं किया. इसके बाद मंत्री ने आज की बैठक में सीएमओ को फटकार लगा दी. राज्यमंत्री अनूप धानक ने तीन दिन में रिपोर्ट तैयार करने और दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया.