Rishi Panchami 2022: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाती है, इस दिन गंगा स्नान करके  7 ऋषियों की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी प्रकार के पाप दूर हो जाते हैं. इस व्रत को विशेष रूप से महिलाएं रजस्वला काल के दौरान हुई गलतियों की क्षमा मांगने के लिए करती हैं.  


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आज का पंचांग
विक्रमी संवत्- 2079
मास पूर्णिमांत- भाद्रपद (भादो)
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- शरद
तिथि पंचमी
नक्षत्र- स्वाति 
करण- बालव 
योग- ब्रह्म
सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 58 मिनट 
सूर्यास्त-  शाम 6 बजकर 44 मिनट
चन्द्रमा- तुला राशि
राहुकाल- 1 बजकर 56 मिनट से 3 बजकर 32 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त- 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक 


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ऋषि पंचमी पूजा मुहूर्त
सुबह 11 बजकर 5 मिनट से दोपहर 1 बजकर 37 मिनट तक.


पूजन विधि
ऋषि पंचमी की पूजा के लिए हल्दी से एक चौकोर मंडल बनाएं और सभी ऋषियों की तस्वीर रख दें. अब इस व्रत का संकल्प करें. जल से भरा कलश रखकर धूप और  दीपक जलाएं. सप्त ऋषि को दूध, दही, घी, शहद से स्नान कराएं, फिर शुद्ध जल से अभिषेक करें. ऋषियों को पीले रंग के पुष्प अर्पित करें. मिठाई और फल का भोग लगाएं. आपने जो भी गलतियां की हैं, उसकी सप्त ऋषियों से पूरी हाथ जोड़कर क्षमा याचना करें. फिर व्रत की कथा पढ़ें और फिर आरती करें.


ऋषि पंचमी पर इस मंत्र का करें जाप 
कश्यपोत्रिर्भरद्वाजो विश्वामित्रोय गौतम:
जमदग्निर्वसिष्ठश्च सप्तैते ऋषय: स्मृता: