दर्शन कैत/कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में साल 2022 में 464 सड़क हादसों में 216 लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं. यातायात नियमों की पालन ना करने वालों पर लाखों का जुर्माना लगने के बाद भी नहीं थम रहा हादसों का सफर, लोगों का कहना है कि यातायात नियमों की अवहेलना व ओवरस्पीड सड़क हादसों का मुख्य कारण है. इसके अलावा 468 लोग चोटिल हो गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये तो स्तिथि तब है जब यातायात नियमों की पालन ना करने वालों पर लाखों का जुर्माना लगया गया है, लेकिन फिर भी हादसे थम नहीं रहे हैं. लोगों का कहना है कि यातायात नियमों की अवहेलना व ओवरस्पीड सड़क हादसों का मुख्य कारण है. इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस (I R A D) के आंकड़े बताते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं में गुरुग्राम सोनीपत व करनाल क्रमशः पहले दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं जबकि कुरुक्षेत्र जिला 9वें स्थान पर बताया गया है.


जागरूक नागरिक आशीष गोयल से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं में ओवर स्पीड व ओवरलोडेड वाहनों की भूमिका ज्यादा होती है. उन्होंने कहा कि दुखद बात है कि साल 2022 में 464 दुर्घटनाएं हुई वह बेशकीमती जाने गई वही नागरिक सुरेंद्र सिंह कहते हैं कि सरकार की जिम्मेवारी बनती है कि यातायात नियमों की पालना कराई जाए ताकि लोग सुरक्षित रहे.


DSP ट्रैफिक नायाब सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कुरुक्षेत्र जिले में 250 कर्मचारी अधिकारी तैनात किए गए हैं. गत माह 2887 चालान कर लगभग ₹17 लाख रुपये का जुर्माना भी लोगों को लगाया गया. उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मौत होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.