रोहतक में अनूठा प्रदर्शन, जब रथ पर बैठ 102 साल का बुजुर्ग बोला-थारा फूफा अभी जिंदा है
Rohtak Protest : प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे नवीन जयहिंद ने कहा कि सरकार को अगर पेंशन नहीं देनी है तो न सही पर जीवित व्यक्ति को मरा हुआ तो न दिखाओ. यह जिंदा है, सरकार का फूफा है.
राज टाकिया/ रोहतक: सामाजिक,राजनीतिक दल और कर्मचारी संगठन आए दिन विभिन्न मुद्दों को लेकर हरियाणा के रोहतक में प्रदर्शन करते रहते हैं, लेकिन आज एक अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला. सरकार द्वारा मृत घोषित कर 102 साल के बुजुर्ग की पेंशन बंद किए जाने के खिलाफ गुरुवार को रोहतक शहर में मानसरोवर पार्क से कैनाल रेस्ट हाउस तक प्रदर्शन किया गया. इसकी अगुवाई आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे नवीन जयहिंद में की. प्रदर्शन के दौरान बैंड बाजे के साथ नाचते हुए रथ पर सवार होकर प्रदर्शन किया गया.
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करीब सात महीने पहले सरकारी फाइलों में गांव गांधरा निवासी बुजुर्ग दुलीचंद को मृत बताकर उनकी पेंशन बंद कर दी गई. इसके बाद खुद को जिंदा साबित करने के लिए दुलीचंद ने अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटने शुरू कर दिए, लेकिन वहां सुनवाई न होने से बुजुर्ग परेशान थे. बीते दिन जयहिंद ने 102 साल के जीवित बुजुर्ग के सभी कागजात लेकर मीडिया के सामने उनका पक्ष रखा था.
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नवीन जयहिंद ने कहा था कि सरकार जीवित बुजुर्गों की पेंशन काट रही है. जयहिंद में कल 24 घंटे का सरकार को अल्टीमेटम दिया था. आज प्रदर्शन के दौरान 102 साल के बुजुर्ग को रथ में बैठाकर उन्हें पैसों की माला पहनाई गई. इस दौरान बुजुर्ग ने कहा-'मैं जिंदा हूं'. नवीन जयहिंद जीवित बुजुर्ग को लेकर पूर्व सहकारिता मंत्री और बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर से मिले.
नवीन जयहिंद ने कहा कि सरकार हजारों लाखों बुजुर्गों की बुढ़ापा पेंशन काट दी है. सरकार ने उन लोगों को भी नहीं छोड़ा, जो जीवित हैं, उन्हें मृत दिखाकर पेंशन काट दी गई. सरकार को अगर पेंशन नहीं देनी है तो न सही पर जीवित व्यक्ति को मरा हुआ तो न दिखाओ. यह जिंदा है, सरकार का फूफा है. मनीष ग्रोवर ने आश्वासन दिया कि गलती करने वाले के खिलाफ एक्शन होना चाहिए. अधिकारियों को बुजुर्ग की पेंशन बहाली के लिए कहा जाएगा.