Jhajjar: एमएसपी की मांग को लेकर सिंधु बार्डर पर ट्रैक्टरों के साथ डटे किसानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा भी आ खड़ा हुआ है. बुधवार को झज्जर में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जिला मुख्यालय पर किसान एकत्रित हुए और मांगों को समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने भी किसानों को रोकने के लिए पहले से ही लघु सचिवालय में बेरिकेट्स लगाए हुए थे, जिसकी वजह से किसानों ने लघु सचिवालय परिसर में एकत्रित होकर धरना दिया और प्रदर्शन किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किसान नेताओं का कहना था कि सरकार किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है. बॉर्डर पर जिस तरह से सरकार ने बैरिकेड लगा रखे है. उससे ऐसा लगता है कि सरकार पूरी तरह से किसानों से निपटने की तैयारी कर रही है. किसानों ने कहा कि इन सबके बावजूद भी किसान पीछे हटने वाले नहीं है. उन्होंने कहा सरकार को समय रहते किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए. संयुक्त किसान मोर्चा की कॉल सभी जिलों पर धरना-प्रदर्शन करने की कॉल थी. उसी के चलते ही वह यहां लघु सचिवालय में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताया है.


ये भी पढ़ें: Ind Vs Eng: भारतीय टीम की बढ़ी मुश्किलें, चौथे टेस्ट से बाहर हुए केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह


उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ बर्बरता वाला व्यवहार न करें और उन्हें आराम से दिल्ली जाने दे, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम सरकार के सामने आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को यह भी बताना चाहिए कि किसानों के साथ उसकी क्या दुश्मनी है. किसान के साथ-साथ आम आदमी परेशान है, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता अपना रही है. यह देश आजाद देश है, प्रजातंत्र देश है. यह अकेला किसान का आंदोलन नहीं है. यह आम आदमी का आंदोलन है. सरकार आंदोलनकारियों पर अपना दमनचक्र चला रही है. रास्ते किसान नहीं बल्कि सरकार ने रोक रखे है. सरकार के काले कारनामों के खिलाफ किसानों की यह लड़ाई है. यह कॉरपोरेट सरकार है. हम पूरी तरह से किसानों के साथ है. आगे की रणनीति जल्द ही बनाई जाएगी. हालात देखकर नित नई रणनीति बनती है जोकि आगे भी जारी रहेगी.
Input: Sumit Tharan