Haryana News: पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग पलवल द्वारा पशुपालकों को डेयरी फार्मिंग के लिए प्रेरित किया जा रहा है. पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. चंदर भान सोनी ने बताया कि सरकार द्वारा हाईटेक और मिनी डेयरी स्थापित करने के लिए स्कीम चलाई गई है. पशुपालक स्कीमों का लाभ उठाकर आय अर्जित कर सकते है. पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग पलवल के उपनिदेशक डॉ. चंदर भान सोनी ने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य में डेयरी सेक्टर का को-ऑपरेटिव सिस्टम और मजबूत करने के लिए काम कर रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

युवाओं के लिए सरकार की हाईटेक स्कीम


को-ऑपरेटिव सिस्टम के विशाल नेटवर्क से युवाओं एवं महिलाओं को जोड़कर आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार किया जा सकता है. इसलिए सरकार ने दूध उत्पादक किसानों को और अधिक मजबूती प्रदान करने और स्वावलंबी बनाने की दिशा में कई कदम उठाए है. उन्होंने बताया कि प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता ने हरियाणा ने पड़ोसी राज्य पंजाब को पछाड़ दिया है. हरियाणा सरकार ने छोटे किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए स्वयं का काम शुरू करने के लिए हाईटेक और मिनी डेयरी स्कीम चलाई है.


ये भी पढ़ें- Haryana News: कैदियों के लिए खुला CM मनोहर लाल का पिटारा, बोले- "कैदियों में होता है टैलेंट"


रोजगार उपलब्ध करवाने की स्कीम


उन्होंने बताया कि इस स्कीम के तहत 10 दुधारू पशुओं तक की मिनी डेयरी खोलने के लिए पशु लागत पर 25 प्रतिशत सब्सिडी और 20 से अधिक दुधारू पशुओं की हाईटेक डेयरी स्थापित करने के लिए ब्याज में छूट दी जाती है. हरियाणा में अनुसूचित जाति के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने की स्कीम के तहत 3 दुधारू पशुओं की डेयरी खोलने पर 50 फीसदी की सब्सिडी और 20 से अधिक दुधारू पशु की हाईटेक डेयरी खोलने के लिए ब्याज में छूट दी जाती है.


योजना के तहत बैंकों द्वारा पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड


उन्होंने आगे बताया कि अब तक प्रदेश में 13244 डेयरियां स्थापित की गई है, पलवल जिले में पशुपालकों का रुझान लगातार डेयरी फार्मिंग की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि पशुपालन के लिए पूंजी की आवश्यकता पूरी हो सके इसके लिए पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है, जिसके तहत बैंकों द्वारा 154000 पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए है. पलवल जिले में पशुपालकों के पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे है.


ये भी पढ़ें- Haryana: जेल उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम ने की घोषणा, अब जेल विभाग के कर्मचारियों को बसों में मिलेगी मुफ्त यात्रा


प्रोग्रेसिव फार्मर संदीप गोयल ने बताया कि पिछले चार वर्षो से डेयरी फार्मिंग कर रहे है. डेयरी में एचएफ ,साहिवाल और गिर नस्ल की करीब 100 गाय है, जिनमें से 80 गाय दूध दे रही है. गायों से 800 लीटर दूध प्राप्त होता है. गाय के ताजा दूध से आइसक्रीम बनाते है. उन्होंने वेंडी आइसक्रीम के नाम से ट्रेडमार्क रजिस्र्टड करा लिया है. हरियाणा,पंजाब,दिल्ली,उत्तर प्रदेश व राजस्थान में गाय के दूध की आइसक्रीम सप्लाई करने का काम करते है.


ग्रेसिव फार्मर दीपक गोयल ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा डेयरी फार्मिंग करने के लिए भरपूर सहयोग दिया जा रहा है. पशुपालन विभाग के चिकित्सक डेयरी में आकर पशुओं के स्वास्थ्य की जांच करते है और वैक्सीनेशन का कार्य करते है. डेयरी फार्मिंग करने से उनको काफी लाभ हो रहा है. उन्होंने कहा कि जो किसान डेयरी फार्मिंग करना चहाते है वह उनकी डेयरी का विजिट कर पशुपालन की बारीकियों के बारे में जानकारी हांसिल कर सकते है.


स्थानीय निवासी प्रकाश मंगला ने बताया कि डेयरी फार्मिंग की विजिट करने के बाद उन्हें बहुत अच्छा लगा और अब वो भी डेयरी स्थापित करेगें. उन्होंने कहा कि दूध की मांग को देखते हुए किसानों को डेयरी लगानी चाहिए. सरकार द्वारा डेयरी लगाने पर सब्सिडी दी जा रही है. डेयरी में पशुओं की देखभाल करने वाले राजेंद्र यादव ने बताया कि डेयरी में कई प्रकार की नस्ल की गाय है, जिसकी देखभाल सही ढंग से करते है. डेयरी खोलने से सही आमदनी होती है. किसानों को डेयरी फार्मिंग की ओर बढ़ना चाहिए.


(इनपुटः रुस्तम जाखड़)