श्रद्धा केस में ज़ी न्यूज के पास वो 5 अनसुलझे सवाल, जो कोर्ट में बन सकते हैं पुलिस के लिए सिरदर्द
पुलिस के पास श्रद्धा की हत्या के दिन और समय को लेकर आफताब के कबूलनामे के अलावा कुछ नहीं है. हत्या के दिन और समय का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम होना बेहद जरूरी होता है, लेकिन इस केस में श्रद्धा की लाश पुलिस को नहीं मिली है.
प्रमोद शर्मा/नई दिल्ली: एक तरफ जहां श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लग चुके हैं तो वहीं पुलिस के सामने अब भी 5 ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस को लाख कोशिशों के बाद भी नहीं मिल पाए हैं. आज ज़ी न्यूज़ उन पांच सवालों के बारे में बताएगा, जिनका जवाब आरोपी आफताब ने तो दे दिया है, लेकिन उसे साबित करने के लिए सबूत पुलिस के पास नहीं हैं.
सबसे पहला सवाल श्रद्धा की हत्या के दिन और समय को लेकर है.
पुलिस पूछताछ ने आरोपी आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा की हत्या 18 मई को रात 9 से 10 बजे के बीच की, लेकिन पुलिस के पास ऐसा कोई भी सबूत नहीं है, जिसके जरिये ये पता लगाया जा सके कि श्रद्धा की हत्या 18 मई को रात 9 से 10 बजे के बीच की गई, क्योंकि हत्या के दिन और समय का पता लगाने के लिए लाश का पोस्टमार्टम होना बेहद जरूरी होता है, लेकिन इस केस में श्रद्धा की लाश पुलिस को नहीं मिली है लिहाजा उसका पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है और इस देश में ऐसी कोई तकनीक या साइंटिफिक टेस्ट नहीं है जो हड्डियों के जरिये हत्या का दिन और समय बता सके. इसलिए पुलिस के पास श्रद्धा की हत्या के दिन और समय को लेकर आफताब के कबूलनामे के अलावा कुछ नहीं है.
किस धारदार हथियार से काटा श्रद्धा का शरीर
आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने श्रद्धा की हत्या करने के बाद 19 मई को उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए थे जिसको उसने एक आरी से अंजाम दिया था लेकिन पुलिस ने आफताब की निशानदेही पर जंगल और उसके घर से 5 से ज्यादा चाकू बरामद किए हैं, लेकिन बरामद उन सभी चाकुओं और धारदार आरी में से किस हथियार से उसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े किए, इसका जवाब भी अभी तक पुलिस को नहीं मिल पाया है.
हत्या के बाद श्रद्धा के टुकड़े किए या धारधार हथियार से ही मारा
पुलिस के लिए कोर्ट में ये साबित करना भी बड़ा मुश्किल हो सकता है कि आफताब ने पहले श्रद्धा की हत्या गला दबाकर की और उसके बाद उसकी लाश के 35 टुकड़े किए, क्योंकि इसे साबित करने के लिए भी पुलिस के पास आफताब के बयान के अलावा कुछ नहीं है. श्रद्धा की हत्या गला दबाकर ही की गई, इसे साबित करने के लिए भी श्रद्धा का पोस्टमार्टम कराना बेहद जरूरी था, लेकिन ऐसा हो ना सका.
श्रद्धा की लाश का बाकी हिस्सा कहां गया ?
पुलिस इस सवाल का जवाब जानने के लिए अब भी छत्तरपुर और गुरुग्राम के जंगलों में सर्च ऑपेरशन चला रही है, क्योंकि पुलिस को अभी तक श्रद्धा के शरीर की सिर्फ जबड़े के एक हिस्से समेत 13 हड्डियां ही मिली हैं. पुलिस के पास इस सवाल का जवाब भी नहीं है कि श्रद्धा के शरीर के बाकी टुकड़ों की हड्डियां कहां गईं. हालांकि पुलिस इन हड्डियों के जरिये भी आफताब को सजा दिला सकती है, लेकिन ये सवाल हमेशा बना रहेगा कि आफताब को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने 13 हड्डियां बरामद कर लीं , लेकिन बाकि हड्डियां क्यों बरामद नहीं कर पाई.
क्या आफताब ने पहले भी दिया था वारदात को अंजाम
दिल्ली पुलिस के पास इस सवाल का भी जवाब नहीं है कि आखिर एक पढ़ा लिखा नार्मल सा दिखने वाला लड़का पहली बार मे ऐसी हैवानियत कैसे कर सकता है, लिहाजा पुलिस बम्बल ऐप को नोटिस भेजकर उनसे उन तमाम लड़कियों की जानकारी मांगी है, ताकि उनसे संपर्क कर आफताब के बारे में जानकारी जुटा सके. इसके अलावा पुलिस ये भी जानना चाहती है कि आफताब के संपर्क में आई कहीं कोई लड़की लापता तो नहीं है.
पुलिस के पास ये 5 सवाल तो है लेकिन इनके जवाब अब तक उसके पास नहीं हैं और इनके जवाब जानने के लिए ही पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है, क्योंकि पुलिस भी ये जानती है कि इन सवालों को लेकर बचाव पक्ष के वकील ट्रायल के दौरान पुलिस को परेशानी में डाल सकते हैं.