चंडीगढ़: हरियाणा में शिक्षक संस्थाओं ने आज अपनी कई मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के साथ बैठक की. इस दौरान कई मांगों पर बनी सहमति बन गई. चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास पर टीचर्स एसोसिएशन के साथ बैठक खत्म होने के बाद कंवरपाल गुर्जर ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, शिक्षक आज मिलने के लिए आए थे. इस दौरान उनकी मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई. शिक्षकों ने कहा कि वो चाहते है कि पीजीटी का नाम लेक्चरर होना चाहिए, हमने कहा है  उनकी मांग को प्रोसेस के लिए भेजेंगे.


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शिक्षकों की ओपीएस (OPS) की मांग को लेकर कहा कि इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने ओपीएस खत्म करने का निर्णय लिया था. कई अर्थशास्त्रियों की राय थी कि इसे भविष्य में चलाया नहीं जा सकता. शिक्षा मंत्री ने कहा, इस साल 276 पीएमश्री स्कूल शुरू किए जाएंगे. 


सेक्सुअल फेवर मांगने वाले कर्मचारी पर गिरी गाज 
वहीं सोनीपत में आरटीई के तहत स्कूल में दाखिला देने के बदले रिश्वत मांगने और महिला से सेक्सुअल फेवर मांगने के बारे में पूछने पर शिक्षा मंत्री ने कहा, बीईओ ऑफिस के आरोपी कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है और सर्विस से टर्मिनेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. 


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खिलाड़ियों के समर्थन में उतरे शिक्षा मंत्री 
इधर बीजेपी सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के धरने पर कंवरपाल गुर्जर ने कहा, जांच के बाद सरकार कार्रवाई करेगी. खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए शिक्षामंत्री ने कहा, अगर मामले में कुछ गलत हुआ है तो इसकी जांच होनी चाहिए और जांच में जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. बता दें कि कुश्ती खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.


संदीप सिंह मामले में कही ये बात 
इसके अलावा पंचकूला में जूनियर महिला कोच द्वारा मंत्री संदीप सिंह पर जान से मारने की कोशिश के आरोप पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं हैं. हालांकि उन्होंने खुद सवाल उठाया कि कोई भी विधायक या मंत्री ऐसा करने की कोशिश क्यों करेगा.


इनपुट : विजय राणा