राजेश खत्री/सोनीपत: सोनीपत के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने किसानों को धान की रोपाई की तिथि निर्धारित कर दी है. सोनीपत क्षेत्र में धान रोपाई करने के लिए 15 जून की तारीख निर्धारित कर दी गई है. हरियाणा सरकार और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने गिरते जलस्तर को देखते हुए यह फैसला लिया है. इसके बाद भी कोई किसान 15 जून से पहले धान रोपाई करता है तो उस पर 4000 रुपये जुर्माना लगाने के साथ-साथ लगाई गई धान की फसल को खेत से नष्ट करने का खर्च भी कृषि विभाग उसी किसान से ही वसूला जाएगा.


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उप जिला कृषि किसान कल्याण अधिकारी देवेंद्र कुहाड़ ने बताया कि सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों की पालना किसानों को अवश्य करनी चाहिए, अगर कोई भी समय से पहले रोपाई करता है तो नियमानुसार जुर्माना और वसूली भी की जाएगी. देवेंद्र कुहाड़ ने कहा कि अगर कोई भी किसान धान की फसल छोड़कर कोई अन्य फसल उगाता है तो सरकार की तरफ से उसको 7000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान राशि भी दी जाएगी. इसका फायदा किसान को जरूर लेना चाहिए और पानी बचाने में सहयोग जरूर करना चाहिए.



देवेंद्र कुहाड़ ने बताया कि धान की सीधी बुवाई के कई लाभ होते हैं. इसमें पानी कम लगता है और लागत में भी कमी आती है. रोपाई वाली विधि की तुलना में सीधी बुआई तकनीक से 20 से 25 प्रतिशत पानी की बचत होती है, क्योंकि इस विधि से धान की बुवाई करने पर खेत में लगातार पानी बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होती है. इस विधि से किसान जीरो टिलेज मशीन में खाद और बीज डालकर आसानी से बुवाई कर सकते हैं. इससे बीज की बचत होती है और उर्वरक उपयोग दक्षता बढ़ती है.


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