Srikant Tyagi ने नेताओं की शह पर Purvanchal से Uttarakhand तक फैला रखा था खनन कारोबार का काला साम्राज्य
Srikant Tyagi Case : अवैध कमाई से श्रीकांत ने लखनऊ से लेकर नोएडा में कई फ्लैट लिए. नोएडा पुलिस ने इन अवैध संपत्ति की जानकारी जुटा ली है. अब इन्हें जब्त करने की तैयारी चल रही है.
नई दिल्ली : नोएडा के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society) में महिला से गालीगलौज के बाद गिरफ्तार आरोपी श्रीकांत त्यागी (Srikant Tyagi) की जमानत अर्जी पर 16 अगस्त को सेशन कोर्ट में सुनवाई होगी. इस बीच श्रीकांत के बारे में हर रोज नए खुलासे होते जा रहे हैं. जांच के दौरान पता चला है कि श्रीकांत त्यागी ने अपना खनन कारोबार पूर्वांचल से लेकर उत्तराखंड तक फैला रखा था. बांदा-हमीरपुर में उसकी बालू की वैध के साथ अवैध खान भी चल रही है. इतना ही नहीं उत्तराखंड में स्टोन क्रशर की अनुमति है, लेकिन इसकी आड़ में उसने कई क्रशर चला रखे हैं. इतना ही नहीं नोएडा के भंगेल में श्रीकांत की 50 से अधिक दुकानें हैं.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीकांत को लाखों रुपये की कमाई हर माह होती है. हर साल वह 20 से 25 लाख रुपये का टैक्स भी भरता है. सूत्रों के मुताबिक कई नेताओं की शह पर श्रीकांत ने पूर्वांचल में अवैध खनन का काम शुरू किया था, जिसमें कुछ नेताओं का भी हिस्सा है. अवैध कमाई से श्रीकांत ने लखनऊ से लेकर नोएडा में कई फ्लैट लिए. नोएडा पुलिस ने इन अवैध संपत्ति की जानकारी जुटा ली है. अब इन्हें जब्त करने की तैयारी चल रही है.
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मोदीनगर में तलाश रहा था राजनीतिक जमीन
श्रीकांत बसपा कार्यकाल में त्यागी समाज का कोआर्डिनेटर था. मोदीनगर व आसपास के क्षेत्र में त्यागी समाज के लोग अधिक होने से श्रीकांत यहां राजनीतिक जमीन तलाश रहा था. उसने यहां मोदी मिल के एक सदस्य की करोड़ों रुपये की कोठी पर भी कब्जा कर रखा है. मोदीनगर शहर मोदी मिल वालों के नाम पर बसाया गया था.
पुलिस को गुमराह करने के लिए किया था यह काम
महिला से अभद्रता का वीडियो वायरल होने के बाद श्रीकांत अपने पांच साथियों के साथ सबसे पहले नीलकंठ (उत्तराखंड) गया था. यहां दर्शन करने के बाद वह मेरठ आ गया, लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए अपना मोबाइल ऋषिकेश में एक दोस्त को सौंप दिया था और कुछ घंटे बाद उसे स्विच ऑफ करवा दिया था. श्रीकांत ने दो मोबाइल और सिम खरीदे थे, लेकिन वॉट्सऐप नहीं चलाया. इस दौरान पुलिस उसकी तलाश में ऋषिकेश में चक्कर काट रही थी और दूसरी ओर श्रीकांत मेरठ में परिचित के पास आ गया था.