इस बार रामलीला में कर्तव्यपथ, काशी विश्वनाथ, राम मंदिर से लेकर कृष्ण मंदिर की दिखेगी झलक
लाल किला में होने वाली रामलीला में इस बार दर्शकों को सेंट्रल विस्टा का कर्तव्यपथ देखने को मिलेगा. इस बार दर्शकों के प्रवेश के लिए चार गेट बनाए गए हैं. पहला गेट कर्तव्यपथ, दूसरा गेट सेंट्रल विस्टा, तीसरा गेट भगवान श्री राम और चौथा गेट सुभाषचंद्र बोस का बनाया गया है.
नई दिल्लीः दिल्ली में सोमवार से रामलीला शुरु होने वाली है. कोरोना के चलते बंद की गई रामलीला का आयोजन अब पूरे दो साल बाद होगा. दिल्ली में इस बार 5000 से भी ज्यादा स्थानों पर रामलीला का आयोजन होगा. दिल्ली में इन रामलीलाओं से समाज में बुराई पर अच्छाई की जीत का सदेंश दिया जाएगा. इस बार की रामलीला में खास बात यह होगी की इस बार रामलीला पंडालों में देश के विकास कार्यां को दिखाया जाएगा. इस बार रामलीला में कर्तव्यपथ, राम मंदिर, काशी विश्वनाथ से लेकर कृष्ण मंदिर की झलक देखने को मिलेगी.
रामलीला आयोजकों ने अपने रामलीला के प्रवेश द्वार और बाहरी द्वार को सज्जा लुटियन जोन के सेंट्रल विस्टा के कर्तव्यपथ, राम मंदिर, काशी विश्वनाथ से लेकर कृष्ण मंदिर के रुप में सजाया है. इस बार रामलीला में लेजर लाईटस, स्पेशल इफेक्टस का इस्तेमाल किया जाएगा. जिससे दृश्यों में सजीवता लाई जा सकें. इस रामलीला का आयोजन 200 सालों से करती आ रही रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि इस बार की रामलीला ऐतिहासिक होगी. क्योंकि इस बार श्रीराम को अपना घर मिलेगा जिसका निर्माण कार्य शुरु हो चुका है. इस बार रामलीला के प्रवेश द्वार पर आयोध्या में बनने वाली रामलला भव्य श्री राममंदिर का निर्माण करवा रहे है.
जनक महल और इंडिया गेट भी दिखेगा
इंद्रप्रस्थ विस्तार रामलीला कमेटी पूर्वी दिल्ली में राजा जनक के महल की थीम पर जनक महल, द्वारका रामलीला कमेटी में काशी विश्वनाथ, राम लला और श्री कृष्ण मंदिर की झांकियां दिखाई जाएगी. इंद्रप्रस्थ विस्तार रामलीला कमेटी के प्रधान ने बताया कि रामलीला के प्रवेश द्वार का थीम जनक महल रखा गया है. रामलीला में जनक दरबार का रामलीला के प्रवेश द्वार पर जनक दरबार का खास महत्व होता है.
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लवकुश रामलीला में दर्शकों के प्रवेश के लिए इस बार चार गेट बनाए गए हैं.
लाल किला में होने वाली रामलीला में इस बार दर्शकों को सेंट्रल विस्टा का कर्तव्यपथ देखने को मिलेगा. इस बार दर्शकों के प्रवेश के लिए चार गेट बनाए गए हैं. पहला गेट कर्तव्यपथ, दूसरा गेट सेंट्रल विस्टा, तीसरा गेट भगवान श्री राम और चौथा गेट सुभाषचंद्र बोस का बनाया गया है. कर्तव्यपथ पर भी ऐसा ही मॉडल तैयार किया जा रहा है. सुभाष चंद्र बोस गेट के बाहर उनकी बड़ी प्रतिमा रखी जाएगी.
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मौसम की मार से बचने के लिए किया गया हवन
रामलीला के द्वारा मौसम की मार से बचने के लिए वर्षा के देवता 'इंद्र' को खुश करने के लिए 'अति वृष्टि रोक' यज्ञ का आयोजन भी किया गया. पिछले कुछ दिनों से बेमौसमी बारिश ने रामलीला के आयोजन पर काफी असर डाला है. रामलीला सुचारू रूप से हो सके इसके लिए 'अति वृष्टी रोक' यज्ञ का आयोजन किया गया. यह यज्ञ बाबा नंद ने करवाया है. इस यज्ञ का मकसद असमय हो रही बारिश को रोकना है.