नई दिल्ली: दिल्ली के सीमापुरी विधानसभा सीट से विधायक राजेंद्रपाल गौतम को मंत्री पद से हटाए जाने पर केजरीवाल सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया है. राजेंद्रपाल गौतम के खिलाफ एक्शन लेने पर केजरीवाल पर कांग्रेस नेता ने पक्षपात का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि केजरीवाल ने दलित मंत्री की कुर्बानी ले ली है. जबकि सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बचा लिया.


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कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि बीजेपी सासंद प्रवेश वर्मा ने खुलेआम मुसलमानों के खिलाफ़ नफरती बात कही, लेकिन पुलिस चुप है. राजेंद्र पाल गौतम ने कौन-सा ऐसा गुनाह किया कि पुलिस प्रताड़ित कर रही है. केजरीवाल जी आप सिसोदिया और जैन के साथ खड़े हो गए और दलित मंत्री की कुर्बानी ले ली. 


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उदित राज ने प्रवेश वर्मा के एक वीडियो का हवाला दिया है जिसमें वो मुसलमानों और केजरीवाल के लिए स्तरहीन बात कह रहे हैं, उनके खिलाफ किसी तरह का एक्शन केजरीवाल ने नहीं लिया. बल्कि अपने मंत्री को ही पद से हटा दिया. जबकि सिसोदिया पर गंभीर आरोप लगे हैं. छापेमारी हो चुकी है. दूसरे सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 4 महीने से जेल में हैं फिर वे मंत्री पद पर बने हुए हैं. ऐसा क्यों कर रहे हैं, वही जानें.


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आप नेता राजेंद्र पाल गौतम पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था. उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में बौद्ध धम्म की 22 प्रतिज्ञाएं दोहराई थीं. जिसमें हिंदू देवी-देवताओं की पूजा-अराधना करने की मनाही थी. यहीं मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ा. इसके बाद बीजेपी ने उनके खिलाफ पहाड़गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई. विरोध हुआ तो केजरीवाल ने राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा ले लिया. दिल्ली पुलिस ने गौतम को समन भेजा. गौतम में थाने में अपने बयान दर्ज करा दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह बाबा साहब के आदर्शों को मानते हैं. बौद्ध धम्म की बात करना गलत है तो गलती की है. समाज के लोगों के साथ खड़ा रहूंगा.