Sleep Divorce: जब पति-पत्नी एक ही घर में रहते हुए भी अलग-अलग कमरों में सोते हैं तो इसे स्लीप डीवॉर्स (Sleep Divorce) कहा जाता है. इसके कई कारण हो सकते हैं.
Trending Photos
Sleep Divorce: शादी के बाद कपल एक ही बेडरूम में सोते हैं, इससे उन्हें एक-दूसरे को समझने का मौका मिलता है और उनका रिश्ता और ज्यादा मजबूत होता है. लेकिन कई बार अलग-अलग कारणों की वजह से पति-पत्नी एक घर में रहते हुए भी अलग-अलग कमरों में सोते हैं इसे स्लीप डीवॉर्स (Sleep Divorce) कहा जाता है. इन दिनों यह शब्द काफी चर्चा में है. आज के आर्टिकल में हम स्लीप डीवॉर्स के कारण और इससे होने वाले फायदे के बारे में बताएंगे.
स्लीप डीवॉर्स (Sleep Divorce) के कारण
कई बार आपका पार्टनर जोर-जोर से खर्राटे लेकर सोता है, जिसकी वजह से आप पूरी रात सो नहीं पाते हैं. वहीं लाइट जलाकर सोना, देर रात तक काम करना और भी कई कारण हैं जिनकी वजह से दूसरे साथी की नींद प्रभावित होती है. ऐसे में कपल अलग-अलग बेडरूम में सोते हैं.
स्लीप डीवॉर्स (Sleep Divorce) के फायदे
भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को सुबह से शाम तक काम करना है, ऐसे में नींद पूरी नहीं होने पर आप चिड़चिड़े हो जाते हैं. स्लीप डीवॉर्स के जरिए कपल बिना किसी परेशानी के अलग-अलग कमरे में सोते हैं, जिससे उन्हें अपनी नींद के साथ कोई समझौता नहीं करना पड़ता. साथ ही कपल्स को भी उनका पर्सनल स्पेस मिलता है. दरअसल स्वस्थ जीवन के लिए नींद बेहद जरूरी है, ऐसे में स्लीप डीवॉर्स के माध्यम से कपल अपनी नींद आसानी से पूरी कर सकते हैं.
स्लीप डीवॉर्स (Sleep Divorce) का मतलब रिश्ते में अनबन नहीं
आमतौर पर पति-पत्नी के अलग सोने को उनके बीच की अनबन से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है. कई आप एक-दूसरे की केयर करते हुए ये डिसीजन लेते हैं.स्लीप डीवॉर्स का मतलब ये बिल्कुल भी नहीं होता है कि पति-पत्नी के बीच के रिश्ते खराब हैं. इसमें बस कपल बिना किसी डिस्टर्बेंस के अपनी नींद पूरी करना चाहते हैं.