चंडीगढ़: हरियाणा में कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर जल्द ही रिसर्च शुरू किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कैंसर बढ़ रहा है. इसके रिसर्च के लिए जल्द ही एक कमेटी बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि यह कमेटी कैंसर के मरीजों की हिस्ट्री को रिकॉर्ड करेगी और अन्य जो भी तरीके होते हैं, उनको अपनाकर इस पर अध्ययन करवाया जाएगा  


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अनिल विज आज अंबाला में जनता दरबार के दौरान मीडियाकर्मियों द्वारा कैंसर दिवस पर कैंसर के बढते मामलों के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि कैंसर के ऊपर रिसर्च भी होनी चाहिए और हम भी कोशिश कर रहे हैं कि हमारा रोहतक वाला पीजीआई इस पर रिसर्च करे.


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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैंसर बहुत तेजी से अपने पांव पसार रहा है और उसी को देखते हुए हमने अंबाला कैंट में अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल बनाया है. लोगों को उसका बहुत लाभ भी मिल रहा है. अनिल विज ने बताया कि इस अस्पताल में अब तक लगभग 125 के आसपास सफलतापूर्वक ऑपरेशन भी किए जा चुके हैं. आसपास के पड़ोसी राज्यों के मरीज भी यहां पर आते हैं. विज ने कहा कि आने वाली 15 तारीख से एक निदेशक भी यहां पर अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे और वह एम्स के सीनियर डॉक्टर हैं. 


एमबीबीएस सिलेबस में आयुर्वेद पर विज बोले 
एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में आयुर्वेद को पढ़ाने के सवाल पर अनिल विज ने कहा कि हमने उसकी संभावनाओं को पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है और उस पर हम सभी पक्षों से बात कर रहे हैं. केंद्रीय समिति की भी हम परमिशन लेंगे, इसलिए यह एक प्रक्रिया हमने शुरू की है. 


अल्टरनेटिव सिस्टम का देश में अपना एक महत्व
उन्होंने कहा कि कुछ लोग जोर देते हैं कि बाकी सभी पैथियां फेल हैं, ऐसा नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि हमारे देश में अल्टरनेटिव सिस्टम और मेडिसिन  का अपना-अपना महत्व है. विज ने कहा कि हम कहते हैं कि झगड़े डालने की बजाय मिलजुल कर काम करो और इसलिए पैथियों का इंटीग्रेशन भी हो होना चाहिए. यदि कोई एलोपैथिक इलाज से ठीक होता है और साथ में अगर आयुर्वेदिक की गोली से भी कोई ठीक होता है तो उसमें क्या दिक्कत है. उन्होंने कहा कि एलोपैथी के बड़े-बड़े सर्जन और डॉक्टर और विशेषज्ञ भी आयुर्वेदिक दवाइयां खाते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह जो सब्जियों में मसाले डाले जाते हैं, यह भी आयुर्वेदिक दवाइयां ही हैं, जो हर आदमी खाता है.