रैन बसेरे में नही रुकने देते कर्मचारी, खुले आसमान के नीचे बीतानी पड़ रही सर्द रातें
सर्दी का मौसम शुरू होते ही नगर निगम की तरफ से बेघर लोगों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जाती है. इसमें लोगों के रात में ठहरने की व्यवस्था करने के साथ ही खाने व सुबह की चाय की व्यवस्था होती है. इसके साथ ही लोगों को इस सर्दी भरी रात में राहत पहुंचाने के लिए भी की जाती है
gurugram News: साइबर सिटी में बेघर लोग इन दिनों सर्द भरी रातों में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं. शहर में नगर निगम की तरफ से 7 आस्थाई रैन बसेरे बनाए गए है. बाबजूद इसके बेघर लोगों को खुले आसमान के नीचे ही रात बितानी पड़ रही है. नगर निगम की तरफ से शहर के राजीव चौक, सोहना चौक, बादशाहपुर, कन्हई, रेलवे स्टेशन, कादीपुर समेत 7 स्थानों पर अस्थाई तौर पर रैन बसेरे बनाए गए है, लेकिन मजबूरन लोगों को बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, सोहना चौक, शीतला माता मंदिर के बाहर खुले आसमान के नीचे ही रात बितानी पड़ रही है.
आपको बता दें कि सर्दी का मौसम शुरू होते ही नगर निगम की तरफ से बेघर लोगों के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जाती है. इसमें लोगों के रात में ठहरने की व्यवस्था करने के साथ ही खाने व सुबह की चाय की व्यवस्था होती है. इसके साथ ही लोगों को इस सर्दी भरी रात में राहत पहुंचाने के लिए भी की जाती है, लेकिन अधिकारियों ने इस बार इन रैन बसेरों की तरफ ध्यान नहीं दिया.
वही खुले में सोने वालों की मानें तो रैन बसेरे के कर्मचारी उन्हें रुकने नही देते. कहते है कि यह बाहर से आने वाले लोगो के लिए बनाए गए है, तुम्हारे लिए नही. मजबूरी में हमे खुले आसमान के नीचे ही रात बितानी पड़ती है. छोटे-छोटे बच्चो के साथ कहा जाए, दिन तो किसी तरह कट जाता है पर रात में बहुत परेशानी होती है. अब देखना यह होगा कि नगर निगम अधिकारी इन बेघर लोगो को कब तक असर दिला पाते हैं या फिर इन बेघरों को खुले आसमान के नीचे ही रात गुजारनी होगी.
Input: Pushpendar kumar