वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी वहीं हुआ. आखिरकार एक बार फिर करोड़ों भारतीय फैंस का सपना एक बार फिर टूट गया. पूरी दुनिया ने देखा की कैसे भारतीय टीम ने वर्ल्ड के लीग मैचों में कैसे धाक जमा कर खेला और फाइनल में जहां भारतीय टीम को हारना नहीं चाहिए था. वहीं टीम को हार का मुंह देखना पड़ा. अभी तक करोड़ों भारतीय फैंस को यकीन नहीं हो रहा कि उनकी टीम को फाइनल में हुआ तो हुआ क्या. लेकिन हकीकत बात यह है कि एक बार फिर भारतीय वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी. भारतीय टीम को अपनी ही सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा, भारतीय टीम बस ट्रॉफी से एक कदम दूर रह गई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारतीय टीम के पास शानदार मौका था कि वह लाखों फैंस के सामने इस चमचमाती ट्रॉफी को अपने नाम करे. भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले से पहले ऐसा दबदबा बनाकर खेल रही थी कि लग रहा था कि टीम इस बार तो कप उठा ही लेगी. टीम लगातार 10 मुकाबले जीतकर फाइनल तक पहुंची थी. टीम के इसी प्रदर्शन को देखते हुए करोड़ों भारतीय फैंस को यह विश्वास था कि 2011 के बाद एक बार फिर भारतीय टीम वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रहेगी, लेकिन कहते हैं न कि किस्मत से बढ़कर कुछ नहीं होता है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में करोड़ों भारतीय फैंस का दिल टूटा. भारतीय खिलाड़ी इतने भावुक हो गए थे कि चेहरे पर इमोशंस साफ नजर आ रहे थे. कप्तान से लेकर सभी खिलाड़ियों के आंखें आंसुओं से भरी हुई साफ नजर आ रही थी.


ये भी पढ़ें: IND Vs AUS Final: फाइनल मुकाबले में विक्ट्री सेरेमनी होगी जोरदार, भूलकर भी न करें ये खास इवेंट


भारत से जीत को दूर ले गए हैड
भारतीय टीम के खिलाड़ी और बल्लेबाज ट्रेविस हेड को शायद ही कभी भूला पाएंगे. उन्होंने क्रीज पर खड़े होकर ऐसी ऐतिहासिक पारी खेली कि करोड़ों भारतीय फैंस के दिल तोड़ दिए. ऐसा भी नहीं था कि भारतीय टीम ने मौके न बनाए हो लेकिन किस्मत में कुछ और ही था. एक समय था कि जब ऑस्ट्रेलिया 47 रन पर 3 विकेट गिर चुके थे. गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम ने जीत का पूरा माहौल बना दिया था, लेकिन किस्मत ने ऑस्ट्रेलिया का साथ दिया. ऐसी बहुत सी गेंदें थी जिस पर ट्रेविस हेड बार-बार आउट होते-होते बच रहे थे, लेकिन एक बार क्रीज पर जमने के बाद ट्रेविस ने भारतीय टीम को कोई वापसी का मौका नहीं दिया. हेड ने लाबुशेन के साथ मिलकर 192 रन की शानदार साझेदारी की, जिसने भारतीय टीम से जीत छीन ली. हेड ने 120 गेंदों में 137 रन की पारी खेली. इस दौरान उनके बल्ले से 15 चौके और 4 छक्के निकले. लाबुशेन 58 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं आखिर में बल्लेबाजी करने आए मैक्सवेल ने दो रन लेकर टीम को जीता दिया.