Wrestlers Protest: आज सांसद दीपेंद्र हुड्डा दिल्ली के जंतर-मंतर स्थित धरनास्थल पर खिलाड़ियों के समर्थन करने पहुंचे. जहां उन्होंने खिलाड़ियों की मांगों और धरने का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि बेटियों को न्याय दिलाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे.
Trending Photos
Wrestlers Protest: सांसद दीपेंद्र हुड्डा दिल्ली के जंतर मंतर स्थित धरनास्थल पर खिलाड़ियों के समर्थन में पहुंचे. उन्होंने खिलाड़ियों की मांगों और धरने का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि न्याय के लिए तीन महीने बाद फिर से खिलाड़ियों को सड़कों पर आना पड़ा. इससे सरकार की नीयत पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है. आरोपी को बचाने में पूरा सिस्टम लग गया है. जो लोग अन्याय को ढंकने में आरोपी को बचाने में आज चुप हैं या उस अन्याय के साथ खड़े हैं वो भी दोषी हैं. ये खिलाड़ी हैं, पीछे हटने वाले नहीं इन्होंने तो मैट पर मेडल जीतने के लिये दुनिया को झुका दिया.
बेटियों को न्याय दिलाने में कुर्बानी देनी पड़ेगी तो पीछे नहीं हटेंगे
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बड़े खेद की बात है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में जो खिलाड़ी स्टेडियम में प्रदर्शन करते थे और उनके प्रदर्शन से दुनिया में तिरंगा फहराया जाता था, राष्ट्रगान की धुन बजती थी, सारा देश तालियां बजाता था; क्या वजह है कि आज उनको मजबूर होकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि जब तक बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा न तो हम चैन से सोएंगे न ही इस सरकार को चैन से सोने देंगे. बेटियों को न्याय दिलाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे.
जिन बहनों के मैडल से पूरे देश की आंखों में खुशी के आंसू आ जाते हैं, आज जंतर-मंतर धरने पर उनकी आंखों में बेबसी के आंसू देख आत्मा बहुत दुःखी हुई।
ये किसी प्रदेश, जाति, धर्म की नहीं बल्कि देश की हैं।ये सिर्फ न्याय मांग रही है। न्याय के लिए हम हर लड़ाई लड़ेंगे।#IStandWithChampions pic.twitter.com/5b3Zlfxfgs
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) April 28, 2023
खिलाड़ियों की कोई जाति नहीं होती
दीपेंद्र हुड्डा ने मांग करी कि FIR दर्ज हो और सीबीआई जांच हो. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी की न कोई जाति होती है न धर्म होता है न ही प्रदेश होता है, खिलाड़ी देश के होते हैं. उन्हें किसी धर्म, जाति या दलगत राजनीति से देखने की बात नहीं होनी चाहिए. खुद के गुनाहों को छुपाने के लिए इस तरह की बात करना उससे भी बड़ा अन्याय है. खिलाड़ियों का इससे ज्यादा अपमान देश में पहले कभी नहीं हुआ. देश में अगर ऐसा वातावरण बनाया जायेगा तो कौन माता-पिता अपने बच्चों को खेल की तरफ प्रोत्साहित करेगा.
खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया तिरंगे का मान
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले 4 ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल हमारे पहलवानों ने जीते हैं. ये वही खिलाड़ी है जिन्होंने ओलंपिक व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तिरंगे का मान बढ़ाया है. 3 महीने पहले कुश्ती संघ अध्यक्ष पर आरोप लगने के बाद से न्याय मांग रहे खिलाड़ियों की इज्जत को दलगत राजनीति की दृष्टि से कैसे देखा जा सकता है? दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज बेटियां न्याय मांग रही हैं, न्याय से ज्यादा कुछ नहीं मांग रही. सरकार धर्म, जाति और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्रवाई करे.
ओलंपियन के गले में लटका मैडल किसी जाति का नहीं होता, स्टेडियम मे लहराया जाने वाला झंडा किसी प्रदेश का नहीं होता, पोडियम पर बजने वाला गीत किसी धर्म का नहीं होता!
खिलाड़ी सबके है, सबको उनके लिये आवाज उठानी चाहिये। जो चुप बैठें है, वे भी अन्याय मे साँझा है।#IStandWithMyChampions pic.twitter.com/Mt0tj8jGP5
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) April 28, 2023
हम देश के खिलाड़ियों के साथ हैं
खिलाड़ियों के संबंध में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद पीटी उषा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये आपराधिक मामला है और देश की गरिमा को ठेस तो उन लोगों ने पहुंचायी है, जिन्होंने इस तरह का अपराध किया है और जो लोग आज आरोपी को बचाने के लिए उसके साथ खड़े हैं. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हम अपने देश के खिलाड़ियों के साथ हैं और न्याय की इस गुहार को देश के कोने-कोने में लेकर जाऐंगे.
(इनपुटः विनोद लांबा)