नई दिल्ली: एक ऐसा गैंग जो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एक ट्यूबवेल से निकल कर 50 किलोमीटर का सफर तय करके सेंट्रो कार से दिल्ली (Delhi) आता था और हर 15 मिनट में लूट की एक वारदात को अंजाम देता था. विरोध करने पर हत्या तक करने वाले इस सेंट्रो गैंग (Santro Gang) की तलाश पिछले दिनों दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को बेहद सरगर्मी से थी.


दिल्ली की सड़कों पर सेंट्रो गैंग का आतंक


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दिल्ली (Delhi) की सड़कों पर आतंक बन चुके इस गैंग की दहशत इतनी हो गई थी कि इसको पकड़ने के लिए पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch), स्पेशल सेल और सारे जिलों की पुलिस लग गई थी. लेकिन कामयाबी हाथ लगी दिल्ली की नार्थ वेस्ट पुलिस के, जिसने यूपी के अलग-अलग इलाकों में जाकर न सिर्फ इस गैंग को पकड़ा बल्कि जली हुई वो सेंट्रो कार भी बरामद की, जिसमें सवार होकर ये लोग दिल्ली आते और ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते थे. पुलिस से बचने के लिए ये लोग सुनसान जगह पर बनी ट्यूबवेल में घुसकर सो जाते थे.


रात के अंधेरे में वारदात को देते थे अंजाम


दरअसल 3 बदमाशों का ये गैंग हथियारों से लैस होकर सेंट्रो कार से 50 किलोमीटर का सफर तय करके दिल्ली आता और रात के अंधेरे में जो भी इनके सामने आता, ये उसको लूट लेते थे. इन बदमाशों ने 8 जून की रात सेंट्रो कार पर सवार होकर सबसे पहले पंजाबी बाग इलाके में लूटपाट का विरोध करने पर एक ट्रक चालक की हत्या कर दी थी.


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बदमाशों ने दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर लूटपाट, लूटपाट की कोशिश और शिकायतकर्ता पर गोली चलाने का प्रयास कर जान लेने की कोशिश की. उस दिन महज डेढ़ घंटे में इन बदमाशों ने 4 वारदातों को अंजाम दिया और लूटे गए समान के साथ वापस यूपी चले गए. डेढ़ घंटे में हुई लूट की चार वारदात और एक मर्डर ने दिल्ली पुलिस को हिलाकर रख दिया था.


पुलिस के डर से गैंग ने कार को किया आग के हवाले


ये गैंग इतना शातिर था कि खुद को बचाने के लिए वारदात को अंजाम देने के बाद सेंट्रो कार को आग के हवाले कर दिया ताकि पुलिस सेंट्रो कार के जरिए इन लोगों तक न पहुंच सके. लेकिन नार्थ वेस्ट जिले की पुलिस सबूतों की कड़ियों को जोड़ते हुए बागपत तक पहुंच गई और उस जली हुई सेंट्रो कार को बरामद कर लिया. जिसके बाद पुलिस उस ट्यूबवेल तक पहुंच गई जहां तीनों बदमाश छुपे हुए थे.


दिल्ली के नॉर्थ-वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी उषा रंगनानी ने कि गाजियाबाद के रहने वाले रिजवान, हापुड़ के रहने वाले शमशाद और मेरठ के रहने वाले नासिर को स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार किया है. 8 जून की रात करीब ढाई बजे पुलिस को शालीमार बाग में गोली चलने की सूचना मिली थी. मौके पर शिकायतकर्ता राम किशोर ने बताया कि कुछ लोग ई-रिक्शा चोरी करने का प्रयास कर रहे थे. जब वह बालकनी में आए तो दो बदमाशों ने उन पर गोली चला दी और सिल्वर रंग की सेंट्रो कार से फरार हो गए.


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इस मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि देर रात पौने तीन बजे सिल्वर रंग की सेंट्रो कार पर सवार बदमाशों ने लूटपाट के लिए एक ट्रक चालक की गोली मारकर हत्या कर दी. इसी तरह उन बदमाशों ने आईपी स्टेट इलाके में ऑटो पर सवार शिकायतकर्ता को लूट लिया और डिफेंस कालोनी के पास सेंट्रो कार सवार युवकों ने एक शख्स से लूटपाट की कोशिश की.


पुलिस टीम ने सेंट्रो कार की पहचान करने के लिए उसके रूट के सीसीटीवी कैमरों की जांच की. छानबीन से पता चला कि कार महेंद्र पार्क इलाके में देखी गई. फिर पुलिस ने वहां के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच कर बदमाशों की पहचान कर ली और फिर लोकेशन के जरिए बदमाशों को गढ़मुक्तेश्वर से गिरफ्तार कर लिया. रिजवान ने बताया कि अपराध करने के बाद उन लोगों ने गांव फाजलपुर, बागपत में कार को जला दिया.


बता दें कि जली हुई कार वहां से बरामद कर ली गई, जो दिल्ली के जहांगीरपुरी से चुराई गई थी. पुलिस हथियार और लूट का सामान बरामद करने की कोशिश कर रही है.


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