Inauguration of new Parliament Wrestlers mahapanchayat: देश की राजधानी के लिए 28 फरवरी (रविवार) का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है. इस खास तारीख को नई संसद के उद्घाटन समारोह की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. वहीं दूसरी ओर दिल्ली के जंतर-मंतर पर डटे पहलवानों ने महापंचायत का ऐलान किया है. ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर, लोगों की भीड़ और ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति को अवाइड करने के लिए दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली क्षेत्र के लिए ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है. बताया जा रहा है कि संसद के उद्घाटन कार्यक्रम में आने वाले तमाम वीआईपी और वीवीआईपी की बड़ी संख्या के कारण नई दिल्ली क्षेत्र में निजी वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. पुलिस ने लोगों से ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में पुलिस कर्मियों की मदद करने और ट्रैफिक एडवायजरी का पालन करने की अपील की है.


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दिल्ली पुलिस का अलर्ट- 'इन रास्तों पर न जाएं'


नई दिल्ली क्षेत्र में 28 मई की सुबह साढ़े पांच बजे से लेकर शाम करीब चार बजे तक पाबंदी रहेगी. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, मदर टेरेसा क्रीसेंट रोड, तालकटोरा, बाबा खड़क सिंह मार्ग, गोल डाक खाना, अशोक रोड, पटेल चौक, विंडसर प्लेस, जनपथ, अकबर रोड, तीन मूर्ति मार्ग आदि क्षेत्र को रेगुलेटेड एरिया माना जाएगा. इस पूरे क्षेत्र में केवल सिविल सर्विस एस्पाइरेंट, स्थानीय निवासी, पहले इजाजत वाले और आपातकालीन वाहनों को ही आवागमन की छूट रहेगी.


इन गाड़ियो को छूट


नई संसद के उद्घाटन समारोह के दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में केवल वही गाड़िया गुजर सकेंगे जिन्हें पहले से इजाजत दी गई है. यानी अन्य निजी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. एडवायजरी के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों, नई दिल्ली में रहने वाले स्थानीय निवासियों या फिर जिन गाड़ियों पर पहले से स्टीकर लगे होंगे उन्हें और इमरजेंसी वाहनों जैसे एंबुलेंस वगैरह को ही आने-जाने की छूट होगी. 


पहलवानों की महापंचायत के मद्देनजर आशंका


28 मई को नए संसद भवन के सामने पहलवानों द्वारा बुलाई गई महापंचायत को दिल्ली पुलिस ने इजाजत नहीं दी है. जिसके बाद पहलवान साक्षी मलिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंचायत शांतिपूर्ण रहेगी. साक्षी ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि इजाजत मिल जाएगी. हमारी महिला सम्मान महापंचायत में हरियाणा और पंजाब से आने वाले लोग सुबह 11 बजे तक सिंघु बॉर्डर पर पहुंचेंगे.'


ऐसे में अब कयास लग रहे हैं कि क्या इस वजह से कहीं दिल्ली के बॉर्डर तो नहीं सील हो जाएंगे. वहीं हालात के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के संचालन को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है.