Pragati Maidan Tunnel: दिल्ली में प्रगति मैदान टनल से गुजरने वालों की जान खतरे में! L&T को PWD का नोटिस
Pragati Maidan Tunnel Delhi : दिल्ली की प्रगति मैदान सुरंग के उद्घाटन को अभी दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं. सुरंग में कई जगह जलभराव, दरारों समेत अन्य दिक्कतें आ गई हैं.
Pragati Maidan Tunnel: दिल्ली में 700+ करोड़ की लागत से बनी प्रगति मैदान सुरंग की हालत खस्ता हो चली है. पानी रिसता है, सीमेंट/कंक्रीट में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं और ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त है. 6 लेन वाली, करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी यह सुरंग जून 2022 में खोली गई थी. G20 शिखर सम्मेलन से पहले तैयार की गई यह सुरंग अब 'यात्रियों की जिंदगी के लिए खतरा' बन चुकी है. लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सुरंग को बनाने वाली कंपनी लारसेन एंड टूब्रो (L&T) को कई नोटिस जारी किए हैं. L&T से 'गंभीर तकनीकी और डिजाइन चूकों' के लिए 500 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया है. कंपनी से कहा गया है कि फौरन रिपेयरिंग का काम शुरू किया जाए. वहीं, L&T ने भी PWD के खिलाफ 'काउंटरक्लेम' की बात कही है.
PWD अधिकारियों के अनुसार, प्रगति मैदान टनल की डिजाइन में बड़ी चूक हुई जो अब तक नहीं सुधारी गई. विभाग ने भैरों मार्ग अंडरपास को पूरा करने में देरी पर नाराजगी जाहिर की.
टनल की मेंटेनेंस और रिपेयरिंग L&T का जिम्मा
PWD ने निर्माण के समय फ्लाईओवर डिविजन के चीफ इंजीनियर रहे प्रदीप कुमार परमार और एक्जीक्यूटिव इंजीनियर इकबाल सिंह को भी नोटिस जारी किए. पूछा गया कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए. 777 करोड़ रुपये की लागत से बनी टनल के लिए पैसा केंद्र सरकार ने दिया था और काम दिल्ली PWD को कराना था. PWD ने L&T को ठेका दिया. डिजाइन तैयार करने से लेकर कंस्ट्रक्शन, मेंटेनेंस और रिपेयर की जिम्मेदारी L&T की थी.
प्रगति मैदान टनल है दिक्कतों का घर
19 जून, 2022 को उद्घाटन के बाद से ही प्रगति मैदान टनल में कुछ न कुछ दिक्कत रही है. मथुरा रोड और इंडिया गेट सी-हेक्सागन को रिंग रोड से जोड़ने वाली सुरंग को मरम्मत के लिए कई बार बंद करना पड़ा. वाटर सीपेज की समस्या लगातार बनी हुई है. पिछले साल बाढ़ के दौरान सुरंग को महीने भर तक बंद रखना पड़ा था. PWD ने L&T को भेजे नोटिस में कहा है कि टनल में जगह-जगह पानी भरा है. PWD ने अपने नोटिस में और भी दिक्कतें गिनाई हैं:
सुरंग के कुछ विस्तार जोड़ों से लगातार रिसाव देखा गया
जगह-जगह कंक्रीट/सीमेंट में बड़ी-बड़ी दरारें
सुरंग में जलभराव, ड्रेनेज सिस्टम का खराब होना
बड़ी संख्या में फुटपाथों की क्षति और गैर-एकरूपता
आईटीपीओ पार्किंग के साथ ब्रांच सुरंग के पैच लंबे समय से साफ नहीं किए गए हैं
विभिन्न स्थानों पर सॉसर नालियां गायब हैं
सुरंग की छत से टपकता पानी और कंक्रीट की सतह के नीचे ग्राउंडवाटर का रिसाव दीवारों के आर्टवर्क को नुकसान पहुंचा रहा है
PWD ने कहा कि उसने L&T को बार-बार इस संबंध में कम्युनिकेट किया लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया. L&T को नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है कि उसे दिल्ली में सरकार द्वारा वित्त पोषित किसी भी निर्माण परियोजना को करने से क्यों प्रतिबंधित नहीं किया जाना चाहिए. नोटिस में कहा गया है, 'अंतरिम रूप से, आपकी कंपनी को तुरंत 500 करोड़ रुपये की न्यूनतम टोकन राशि जमा करने और मरम्मत शुरू करने का निर्देश दिया जाता है.'