Dera Sacha Sauda Ram Rahim: पेरोल से जेल से बाहर आया राम रहीम असली है या नकली, इसकी जांच को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट  में सोमवार (आज) सुनवाई हुई. चंडीगढ़, पंचकूला और अंबाला के कुछ श्रद्धालुओं की याचिका पर अदालत ने सुनवाई की.  श्रद्धालुओं ने शक जताया कि उत्तर प्रदेश के बागपत में आश्रम में पहुंचा राम रहीम नकली है, जिसके हाव-भाव उनके असली गुरु राम रहीम जैसे नहीं हैं. वहीं डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन ने इसे श्रद्धालुओं को गुमराह करने की साजिश करार दिया है. 


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कोर्ट ने सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि लगता है कि तुम लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान कोई फिक्शन फिल्म देखी है, इसलिए ऐसी याचिका डाली है. जज ने कहा कि कीमत के साथ याचिका को खारिज करूंगा. 


इसपर याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि राम रहीम वीडियो में बोल रहे हैं कि उनकी एक इंच हाइट बढ़ गई है. 50 साल की उम्र के बाद लंबाई कैसे बढ़ सकती है. इसपर जज ने कहा कि लंबाई बढ़ाई है या नहीं, इससे आपको क्या फर्क पड़ता है.


कोर्ट ने याचिका खारिज की


इसके साथ कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है. डेरे की तरफ से पेश हुए वकील जितेंद्र खुराना ने कहा कि ये एक पार्टिकुलर ग्रुप है जो जानबूझकर इस तरह की याचिका लगाता है. 2019 में भी इन्होंने ऐसी एक याचिका डाली थी जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 50000 का जुर्माना लगाया था. बता दें कि चंडीगढ़ के रहने वाले अशोक कुमार ने याचिका डाली थी और कई तर्क दिए थे. उनका कहना है वो सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. 


एक महीने की मिली है पेरोल


गुरमीत राम रहीम सिंह को हरियाणा सरकार द्वारा एक महीने के लिए पेरोल दी गई है. वह वर्तमान में 2002 में अपने प्रबंधक की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और 2017 में दो महिलाओं के बलात्कार के लिए भी दोषी ठहराए गया था. 


वह बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद 2017 से हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद है.  पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं. इससे पहले वह बीमार मां से मिलने की उसकी अर्जी समेत विभिन्न कारणों से चार बार जेल से रिहा हो चुका है. 


इससे पहले पंजाब चुनाव से ठीक पहले, राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से 250 किलोमीटर दूर रोहतक में उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को गुरुग्राम में अपने परिवार से मिलने के लिए 7 फरवरी को छुट्टी दे दी गई थी.


साथ ही, उच्च न्यायालय ने अपनी दत्तक बेटी के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए उसकी पेरोल याचिका को खारिज कर दिया था. अगस्त 2017 में दो महिलाओं से रेप के आरोप में राम रहीम को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.


इस जनवरी 2019 में पंचकूला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने भी राम रहीम और तीन अन्य को 16 साल पहले पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 25 अगस्त, 2017 को उनकी सजा के कारण पंचकुला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे.


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