नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार रविवार को 155 MM की गन धनुष शामिल हुई. धनुष पूरी तरह स्वदेशी है लेकिन पाकिस्तान के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है. पाकिस्तान अब तक 1999 के दर्द को भुला नहीं पाया है जो बोफोर्स ने दिया था. अब धनुष के दर्द को पाकिस्तान कैसे सहेगा. 20 साल पहले कारगिल और द्रास के पहाड़ों पर पाकिस्तानी घुसपैठियों को जड़ से उखाड़ फेंकने वाली देश की यही ताकत थी जिसका नाम बोफोर्स है. 20 साल पहले बोफोर्स की ताक़त से भारतीय फौज ने पाकिस्तानी कायरों को कारगिल से खदेड़ दिया था. इतने सालों में सेना की ताकत कई गुना बढ़ चुकी है. तोप भी अब बदल चुकी है. 


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धनुष कहने को बोफोर्स का देशी वर्जन है लेकिन उससे भी घातक. धनुष का वर्जन 2 तैयार है और अब इसे आजमाया जा रहा है. किसी भी सेना की सबसे बड़ी शान उसका तोपखाना होता है और अगर उसमें धनुष 2 जैसी तोप हो तो फिर दुश्मन का ऊपरवाला ही मालिक है. 


धनुष 2.0 पिछली तोप से अलग कैसे है?
देशी बोफोर्स कही जाने वाली धनुष 38 किलोमीटर तक टारगेट हिट करती है जबकि नए वर्जन की मारक क्षमता 42 किलोमीटर है. धनुष की एक और खासियत यह है कि आठ मीटर लंबे बैरल के साथ ये दुनिया की सबसे लंबे बैरल वाली तोपों में एक है. ऐसी हॉवित्जर सिर्फ अमेरिका, इजरायल और रूस जैसे देशों के पास है. धनुष पूरी तरह ऑटोमेटिक गन है. इसमें लगे सेंसर और रडार, पहाड़ों के पीछे छिपे दुश्मन को ढूंढकर गोले दाग़ते हैं. ये तोप स्मार्ट भी है क्योंकि 13 टन वजन वाली धनुष तोप को गोला दागने के बाद अपनी जगह छोड़ने में सिर्फ तीन मिनट लगते हैं. धनुष तोप पूरी तरह मेड इन इंडिया है लेकिन खासियत में विदेशी बोफोर्स से भी दो कदम आगे है. 


धनुष दुनिया के कई देशों के एडवांस सिस्टम से भी मुकाबला कर सकती है. धनुष तोप दाम में कम और ताकत में ज्यादा है. यानी विदेशी बोफोर्स तोप से दुश्मनों पर गोले बरसाने वाली भारतीय सेना के स्वदेशी वार से दुश्मनों का बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होगा.  


धनुष 2.0 तोप की और खासियतें भी जान लीजिए
भारतीय शूरवीरों के पास धनुष 2.0 है. धनुष तोप दुश्मन को छिपने का मौका नहीं देगी. पहाड़ के पीछे छिपे दुश्मन को ढूंढ़कर मारेगी. धनुष की अचूक मारक क्षमता 50 किलोमीटर है. वाघा बॉर्डर से लाहौर की दूरी महज 22 किलोमीटर है. ये शक्तिशाली गन मिलते ही सेना की मारक क्षमता में और इजाफा हो जाएगा. धनुष 2.0 तोप की और खासियतें भी जान लीजिए. धनुष 2.0 के गोले 42 किलोमीटर दूर तक मार करेंगे. इसकी मदद से सिर्फ 15 सेकेंड में तीन गोले दागे जा सकते हैं. धनुष 2.0 पूरी तरह से देश में ही बनी 155 मिलीमीटर तोप है. धनुष को आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड कानपुर, फील्ड गन फैक्ट्री और गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर ने मिलकर बनाया है.