Srinagar: कोरोना महामारी के बाद इस साल दीपावली धूमधाम से मनाई जा रही है. त्योहार पर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे के किस्से भी सामने आ रहे हैं. इन्हीं में से एक किस्सा कश्मीर में प्रकाश में आया है. एक कश्मीरी मुस्लिम परिवार कई हफ्तों से दीपावली के लिए मिट्टी के दीये बनाने में लगा हुआ है. इस परिवार द्वारा अब तक 15000 से अधिक मिट्टी के दीये बनाए और भेजे जा चुके हैं. उमर और उनका पूरा परिवार दशकों से मिट्टी के बर्तनों का धंधा कर रहा है लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि परिवार ने इतनी बड़ी संख्या में दिवाली के दीये बनाए हैं.


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मुस्लिम परिवार बना रहा दीप


आज सोमवार 24 अक्टूबर को पूरे देश में दिवाली मनाई जा रही है. यह कुम्हार परिवार दिन-रात अथक परिश्रम कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये हजारों दिवाली दीपक पूरे भारत में गंतव्यों तक पहुंचें. उमर ने अपने परिवार के साथ कश्मीर घाटी की पारंपरिक चमकते हुए मिट्टी के बर्तनों की कला को बचाने के लिए काम किया है.


जानें कुम्हार उमर ने क्या कहा


कुम्हार उमर ने बताया कि हमें इस साल एक बड़ा ऑर्डर मिला. पिछले साल हमें लगभग 800 पीस का ऑर्डर मिला था जबकि इस साल यह 15000 से अधिक का है और मिट्टी के दीयों के ऑर्डर अभी भी आ रहे हैं. हम उतना नहीं बना सकते हैं जितने का ऑर्डर आया है. हमने अब तक 15 हजार से अधिक दिवाली दीये भेजे हैं. हमने इसे कुलगाम भेज दिया है, जहां से उन्हें पूरे भारत में भेजा जा रहा है. हम हिंदू और मुस्लिम के बीच अंतर नहीं कर सकते, हम सभी खुशी से एक साथ रहते हैं. मेरा मानना है कि हम भी दूसरे समुदायों से चीजें खरीदें. हमने इस दिवाली अच्छा पैसा कमाया है.


कश्मीर ने हमेशा भाईचारे की मिसाल कायम की


उमर ने अपने मोहल्ले में हिंदू समुदाय में सैकड़ों दिवाली के दीये मुफ्त में बांटे हैं. उमर का कहना है कि स्थानीय उत्पादों को खरीदने से देश के युवा उद्यमियों की मदद की जा सकती है. बता दें कि कश्मीर ने हमेशा भाईचारे की मिसाल कायम की है और इस मुस्लिम परिवार के त्योहार के लिए दीया बनाने के साथ यह एक बार फिर इस विचार को मजबूत करता है.


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