मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा के लिए DMRC का बड़ा बदलाव, अब इस तरह काम करेगा X-BIS System
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने मुसाफिरों को सुविधा देने और मेट्रो स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए अहम फैसला लिया है. इसके तहत साल दिल्ली मेट्रो के हर स्टेशन पर नए बैगेज स्कैनर लगाए जाएंगे. फिलहाल डीएमआरसी नेटवर्क के सभी मेट्रो स्टेशनों पर करीब 400 एक्स-बीआईएस (X-BIS) मशीनें लगी हुई हैं.
नई दिल्ली: मेट्रो स्टेशन के सिक्योरिटी चेक प्वाइंट्स पर लगे एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग सिस्टम (X-BIS System) को अपग्रेड करने तथा उसे मजबूत बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने अपने स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से खास तकनीति से लैस अत्याधुनिक बैगेज स्कैनर लगाने की शुरुआत की है. इन नए लगाए गए बैगेज स्कैनरों की विशेषताओं से यात्रियों को अतिरिक्त सुरक्षा और संरक्षा मिल सकेगी. वहीं बुजुर्ग और महिला यात्रियों को भारी सामान उठाने तथा उसे स्कैनिंग के लिए रखने में और भी सुविधा होगी.
X-BIS System में क्या खास है?
1. तत्काल क्लियरेंस : ये स्कैनर अब प्रति घंटे 550 बैग हैंडल कर सकेंगे. जबकि जो इससे पहले की मशीन हर घंटे में सिर्फ 350 बैग हैंडल कर पा रही थी. इसके लिए कन्वेयर बेल्ट की स्पीड 18 सें.मी. प्रति सेकेंड से बढ़ाकर 30 सें.मी. प्रति सेकेंड की गई है. इसका उद्देश्य चेकिंग प्वाइंट पर यात्रियों की भीड़ को कम करना है.
2. हाईटेक और प्रभावी निगरानी : स्कैनिंग के दौरान अब नए सिस्टम के जरिए किसी विस्फोटक, हथियार रखे जाने इत्यादि जैसी खतरनाक वस्तुओं का त्वरित और तत्काल आकलन हो सकेगा. वहीं निरीक्षण के दौरान अब 35 मि.मी. मोटी स्टील प्लेट का एक्स-रे द्वारा आकलन भी संभव हो सकेगा.
3. इनपुट/आउटपुट कन्वेयर का झुकाव : संशोधित किए गए एक्स-बीआईएस सिस्टम में हाथ से एडजस्ट हो सकने वाले और एक्सटेंड किए जा सकने वाला इन्क्लाइंड कन्वेयर बेल्ट सिस्टम होगा, जिसमें बैगेज रखते समय और उसे बाहर निकलते समय कन्वेयर बैल्ट को नीचे की ओर झुकाया जा सकेगा. जो वृद्ध यात्रियों के लिए खासतौर से मददगार साबित होगा. क्योंकि अब वो कम ऊंचाई वाले कन्वेयर पर भी आसानी से अपना सामान रख सकेंगे.
4. ऑडियो-वीडियो द्वारा निरंतर निगरानी : बैगेज स्कैनर के ठीक ऊपर लगा 360 डिग्री घूमने वाला कैमरा एक्स-बीआईएस सिस्टम के आस पास की क्लियर ऑडियो एवं वीडियो फुटेज कैप्चर कर सकेगा जो किसी अप्रिय घटना जैसे चोरी, यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच किसी तरह के विवाद जैसे मामलों में भी कारगार साबित होगा.
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5. जांच कर्मियों को भी होगी सुविधा : स्कैनिंग मशीन के पास तैनात CISF स्टाफ को राहत देने के इंतजाम भी किए गए हैं. जैसे- वायरलेस सेट, मेटल डिटेक्टर, मोबाइल फोन आदि के लिए चार्जिंग पोर्ट की व्यवस्था करने के साथ पानी की बोतल के लिए हैंगर का इंतजाम किया गया है. इन जवानों के लिए मूवेबल रैक भी लगाई गई हैं जिसमें वो अपनी यूनिफॉर्म और अन्य जरूरी सामान रख सकेंगें.
यहां हुआ बदलाव
इस समय कश्मीरी गेट, एम्स, विश्वविद्यालय, हुडा सिटी सेन्टर, राजौरी गार्डन, मयूर विहार फेज-1, नोएडा सेक्टर-18, पालम इत्यादि जैसे प्रमुख स्टेशनों पर पुराने एक्स-बीआईएस सिस्टम को बदलकर मेट्रो के मुसाफिरों के अनुकूल खास इंतजाम वाले 34 नए स्कैनर लग चुके हैं.