नई दिल्ली: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बयान में कहा कि वो और उनका पूरा परिवार कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) है. अगर आप कश्मीरी पंडित हो, इतने दिन आपकी सरकार रही जब पलायन हुआ, उसके बाद भी सरकार रही, केंद्र में भी रही, जम्मू-कश्मीर में भी रही और अब्दुल्ला के साथ सरकार बनाते रहे, आपको तो कहने का हक ही नहीं है, आप शानदार बंगले में रहते हो.


कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया


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1990 से 2021 के बीच 31 वर्षों में केंद्र में कांग्रेस की 15 साल तक सरकार रही. 1991 से 1996 तक पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार थी और 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार थी. लेकिन कांग्रेस ने कभी कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया.


नहीं समझा कश्मीरी पंडितों का दर्द


जम्मू-कश्मीर में भी 2002 से 2015 तक कांग्रेस की गठबंधन सरकार थी. 2005 से 2008 तक कांग्रेस का ही मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर में था. गुलाम नबी आजाद उस समय मुख्यमंत्री थे. 1990 से 1996 तक जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू था. 1996 से 2002 तक फारुख अब्दुल्ला की सरकार जम्मू-कश्मीर में थी. लेकिन इनमें से किसी ने भी कश्मीरी पंडितों का दर्द नहीं समझा.


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अब आप सोचिए कि अगर राहुल गांधी सच में कश्मीरी पंडित हैं तो जब इतने वर्षों तक उनकी सरकार थी तो वो क्या कर रहे थे? राहुल गांधी को ये बातें कहने का हक नहीं है क्योंकि जब वो आराम से अपने शानदार बंगले में रह रहे थे तब कश्मीर के लोग पलायन करने को मजबूर थे.