नई दिल्‍ली: डीएनए में हमने आपको 14 Lane वाले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक ग्राउंड रिपोर्ट दिखाई थी. हमने आपसे कहा था कि हमारे देश में जब नई और अंतरराष्‍ट्रीय स्तर की सड़कें बनती हैं तो कैसे उनका इस्तेमाल विरोध प्रदर्शन और धरनों के लिए शुरू हो जाता है. वहींं जब ये सड़कें इन प्रदर्शनकारियों से बच भी जाती हैं तो इस पर या तो रेहड़ी पटरी वाले अतिक्रमण कर लेते हैं या रॉन्‍ग साइड चलने वाले लोग इसका दुरुपयोग करते हैं. हमारे देश का यही दुर्भाग्य है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1 अप्रैल से आम लोगों के लिए खुले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी इस तरह के लोग आ चुके हैं.  कल इस एक्सप्रेसवे पर रॉन्‍ग साइड ड्राइविंग के कारण दो गाड़ियों का एक्‍सीडेंट हो गया.



ज़ी मीडिया की टीम जब पेरीफेरल एक्सप्रेसवे की तरफ थोड़ी ही दूर बढ़ी तो देखा कि भारी संख्या में गड़ियां रॉन्‍ग साइड पर चल रही थीं. तकरीबन 30 मिनट में 150 से ज्यादा गड़ियां रॉन्‍ग साइड से गईं. यहां रॉन्‍ग साइड चलने वाले बुलाने पर रुक भी नहीं रहे थे.