DU Politics: कांग्रेस ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (डूसू) से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर हिंसा का आरोप लगाया और कहा कि छात्र उनकी गुंडागर्दी का मुंहतोड़ जवाब देंगे। कांग्रेस से संबद्ध भारतीय राष्ट्र छात्र संगठन (एनएसयूआई) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित एबीवीपी छात्र संघ की चार सीटों के चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंद्वी हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव के लिए मतदान शुक्रवार को होगा.


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बीजेपी-एबीवीपी पर गंभीर आरोप


यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता और एनएसयूआई के प्रभारी कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि एबीवीपी ‘बड़े पैमाने पर हिंसा’ में शामिल है और पुलिस एवं प्रशासन भी एबीवीपी को सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली विश्वविद्यालय में जो दृश्य देखने को मिला वो बेहद चिंताजनक है। यह एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जहां न केवल देश, बल्कि दुनिया भर से छात्र आकर पढ़ाई करते हैं. सोशल मीडिया पर आए दिन हिंसा के वीडियो प्रसारित हो रहे हैं जो अभिभावकों के लिए बेहद चिंताजनक है.’


एबीवीपी लगातार कर रही ये काम: कन्हैया


उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद छात्र संघ चुनाव हो रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को जब भी उचित लगा, उसने महामारी को बहाने के रूप में इस्तेमाल किया. कुमार ने कहा, ‘नामांकन की तारीख 12 सितंबर से बदलकर 14 सितंबर कर दी गई. एक समूह को लाभ पहुंचाने के लिए कोविड-19 महामारी के आधार पर उम्र में दो साल की छूट दी गई. हिंसा में शामिल लोगों को बढ़ावा दिया जा रहा है. वे कुछ भी कर सकते हैं. उन्हें खुली छूट दी गई है. एबीवीपी लगातार हिंसा और गुंडागर्दी में शामिल है.’


हम ऐसे जवाब देंगे


कुमार ने कहा कि हिंसा के पूरे माहौल ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर धब्बा लगा दिया है. उन्होंने कहा, ‘वे (एबीवीपी) हिंसा में शामिल हैं, अन्य समूह के लोगों की पिटाई करते हैं और फिर गलत सूचना फैलाते हैं कि एनएसयूआई ऐसा कर रहा है। मैं चुनौती देता हूं कि अगर वे साबित करें कि एनएसयूआई का एक भी सदस्य इस तरह की गतिविधियों में शामिल है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. हम डरने वाले नहीं हैं और चुनाव में इस गुंडागर्दी के खिलाफ छात्र मुंहतोड़ जवाब देंगे.’


(इनपुट: न्यूज़ एजेंसी पीटीआई भाषा)