ED arrests Supertech MD RK Arora in money laundering case: ED ने सुपरटेक के डायरेक्टर आर के अरोड़ा को मनी लॉड्रिग मामले में गिरफ़्तार कर लिया है. उस पर फ्लैट बायर्स लिया गया पैसा दूसरी कंपनियों में डायवर्ट करने का आरोप है. एजेंसी ने फ़्लैट बॉयर्स से धोखाधड़ी समेत कई मामलों में अरोड़ा के PMLA के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू की थी. इस मामले में एजेंसी ने आर के अरोड़ा की करीब ₹40 करोड़ की संपत्ति भी अटैच की थी.  अरेस्टिंग से पहले ED ने सुपरटेक के डायरेक्टर और मालिक आर के अरोड़ा से लंबी पूछताछ भी की थी. 


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कई राज्यों में अरोड़ा पर केस दर्ज
 
सूत्रों के मुताबिक पिछले तीन दिनों से ईडी आर के अरोड़ा (Supertech MD RK Arora) से पूछताछ कर रही थी. अरोड़ा पर आरोप है कि उन्होंने फ्लैट खरीदारों से पैसे लिए लेकिन उन्हें मकान नहीं दिए और उन पैसों को दूसरी कंपनियों में निवेश कर दिया. इसके बाद पीड़ितों की शिकायत पर दिल्ली, यूपी और हरियाणा समेत कई राज्यों में मामले दर्ज किए  गए. इन्हीं मामलों के आधार पर एजेंसी ने मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी.  


बायर्स-बैंक दोनों को लगाया चूना


जांच में एजेंसी को पता चला कि आर के अरोड़ा ने फ़्लैट  बॉयर्सस से पैसे लेकर उन्हें अपनी दूसरी संपत्ति बनाने में लगाया. इसके अलावा अरोड़ा ने बैंकों से करीब 1500 करोड़ का लोन लिया, जो प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए था लेकिन अरोड़ा (Supertech MD RK Arora) ने उसे भी नहीं चुकाया. बाद में वो लोन NPA घोषित हो गए. इसी के बाद एजेंसी ने आर के अरोड़ा की यूपी और उत्तराखंड में करीब ₹40.39 करोड़ की संपत्ति को अटैच कर लिया था. इसमें अरोड़ा का यूपी के मेरठ में मॉल और रूद्रपुर में प्रोजेक्ट हैं.


भ्रष्ट अफसरों के संरक्षण में फला-फूला


सूत्रों का कहना है कि आरके अरोड़ा (Supertech MD RK Arora) पर मनी लांड्रिंग के प्रामाणिक आरोप हैं. वह नोएडा का एक बदनाम शुदा बिल्डर है, जिसे नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के भ्रष्ट अफसरों का संरक्षण हासिल था. अरोड़ा के खिलाफ ED को 500 करोड़ से भी ज्यादा के मनी लांड्रिंग के सबूत मिले हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईडी ने नोटिस भेजकर आरके अरोड़ा को मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. पूछताछ के बाद देर शाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी की तरफ से अरोड़ा की फैमिली को उसकी अरेस्टिंग की सूचना भेज दी गई. 


अरोड़ा ने ऐसे किया मोटा खेल


भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक ईडी की जांच में सामने आया है कि सुपरटेक लिमिटेड और ग्रुप की दूसरी कंपनियों ने कई शहरों में प्रोजेक्ट लॉन्च करके होम बायर्स से अरबों रुपया जुटाया. इसके अलावा प्रोजेक्ट बनाने के नाम पर बैंकों से भी मोटा लोन लिया. बाद में इस फंड को ग्रुप की दूसरी कंपनियों के नाम और जमीन खरीदने के लिए डायवर्ट कर दिया गया. इसके बाद उन जमीनों को फिर से लोन लेने के लिए बैंकों में गिरवी रख दिया गया. ऐसा करके आरके अरोड़ा (Supertech MD RK Arora) के मालिकाना हक वाले सुपरटेक लिमिटेड ने बैंकों के 1500 करोड़ रुपये हड़प लिए.