ED ने आय से अधिक संपति मामले में एक IRS अधिकारी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए अधिकारी का नाम सचिन सांवत है, जो C&CE- Custom & Central Excise सर्विस में है. फिलहाल सचिन लखनऊ में GST में एडिशनल कमिश्नर के पद पर तैनात थे. सचिन पर आरोप है कि इन्होनें साल 2011 से 2022 के दौरान नौकरी पर रहने के दौरान आय से अधिक संपत्ति बनाई जोकि इनकी घोषित आय से 204 फीसदी ज्यादा है.


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FIR के बाद मनी लॉड्रिग का मामला दर्ज


एजेंसी ने इस मामले में सीबीआई की दर्ज FIR पर मनी लॉड्रिग का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी. सीबीआई में दर्ज मामले के मुताबिक सचिन बालासाहेब सावंत, उसके पिता बालासाहेब सावंत, मां, अलका बालासाहेब सावंत और पत्नी हेमा सचिन सावंत आरोपी हैं. इन सब के नाम से सचिन ने आय से अधिक संपति बनाई जिसमें परिवार के लोगों ने मदद की. सचिन के पिता बालासाहेब महाराष्ट्र पुलिस में नौकरी करते थे और साल 2009 में ASI के पद से रिटायर हो गये थे. रिटारमेंट के बाद सचिन के माता पिता सांगली में क्रांतिसिंह नाना पाटिल नगर में रहते हैं. सचिन का भाई भी महाराष्ट्र पुलिस में है और जूनियर पद पर तैनात है.


इतनी बढ़ गई संपत्ति


जांच में पता चला कि 12 जनवरी 2011 से पहले सचिन और उसके परिवार के बैक खाते में सिर्फ 1.42 लाख रुपये थे और कोई संपत्ति नहीं थी लेकिन ये 31 अगस्त 2020 तक बढ़ कर 2.7 करोड़ हो चुकी थी जिसमें नवी मुंबई में आलीशान फ्लैट, कार और बैंक खातों में जमा रकम शामिल है. सीबीआई की दर्ज FIR के मुताबिक सचिन और उसकी पत्नी सानपाड़ा के जिस फ्लैट में रह रहे है वो M/s Seven Hills Constrowell Ltd के नाम से खरीदा गया है जिसमें पिता बालासाहेब डायरेक्टर है. हैरानी की बात ये है कि ये कंपनी M/s Seven Hills Constrowell Ltd दादर के बाहु शिंदे पात्रा चाल पर रजिस्टर्ड है और वहां पर सचिन की मां अलका बालासाहेब सावंत की नेम प्लेट लगी है और कोई ऑफिस नहीं है.


1.02 करोड़ नकद की खरीदारी


इसके अलावा बैंक से लेकर हर जगह सचिन ने इस घर के पते को अपना पता दिखाया है और इसे खरीदने के लिए 1.02 करोड़ नकद दिए गए थे, जिस कंपनी के नाम ये घर है उसकी सिर्फ एक बार 2018-19 में रिर्टन भरी गई है और जिसमें कमाई जीरो और 6800 रुपये का घाटा दिखाया गया है. इसके अलावा रिर्टन में जो मोबाइल नंबर है वो भी सचिन बालासाहेब सांवत के नाम है.


BMW भी बरामद 


इसके अलावा सचिन के पास तीन कार है जिसमें एक BMW भी है. तीनों कार बेनामी है और संचिन और परिवार इसका इस्तेमाल कर रहा है. BMW की सर्विस के लिए कार पर सचिन का नंबर रजिस्टर्ड है और पेमेंट भी कैश में की गई है.


सचिन सावंत का इतिहास


सचिन साल 2008 में IRS सर्विस के दौरान ज्यादातर महाराष्ट्र में ही तैनात रहा है और एक बार डेप्यूटेशन पर ED में भी रहा है जिसने अभी सचिन सावंत को गिरफ्तार किया है. सचिन सावंत कांग्रेस और शिवसेना की महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री उदय सामंत का OSD भी रहा है. गिरफ्तारी से पहले संचिन लखनऊ में एडिश्नल कमिशनर GST के पद पर तैनात थे.


(इनपुट: जितेंद्र शर्मा)