Jharkhand News: ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को मनीलांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले मंगलवार को ईडी के रांची स्थित दफ्तर में उनसे आठ घंटे तक पूछताछ हुई. पंकज मिश्र झारखंड मुक्ति के पदाधिकारी भी हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें अपने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बरहेट में अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर रखा है. माना जा रहा है कि ईडी की इस कार्रवाई की आंच राज्य के सत्ता प्रतिष्ठान तक पहुंच सकती है.


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100 करोड़ रुपये की उगाही


ईडी ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि झारखंड में अवैध खनन के जरिए लगभग 100 करोड़ रुपये की राशि की उगाही हुई है. इस सिलसिले में विगत आठ जुलाई को गौरतलब है कि पंकज मिश्र के साहिबगंज स्थित आवास और उनके सहयोगियों के बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बड़हरवा पर 19 ठिकानों पर छापामारी की थी. इस दौरान 5.34 करोड़ रुपये नगद और कई दस्तावेज बरामद किये गये थे. बाद में जांच के दौरान ईडी ने पंकज मिश्र और उनके प्रमुख सहयोगी दाहू यादव सहित अन्य के 37 बैंक खातों में जमा 11.87 करोड़ रुपये जब्त कर लिये थे.


अवैध खनन के जरिए मनीलांड्रिंग


अवैध खनन के जरिए मनीलांड्रिंग मामले की जांच के दौरान ईडी ने पहले भी दो बार पंकज मिश्रा को पूछताछ के लिए समन जारी किया था, लेकिन स्वास्थ्य का हवाला देते हुए वह हाजिर नहीं हुए थे. वह आज पूर्वाह्न् 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे, जहां उनसे लंबी पूछताछ हुई. माना जा रहा है कि वह बैंक खातों में जमा रकम और निवेश के स्रोत के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाये. सूत्रों के मुताबिक पंकज मिश्र से अवैध खनन के धंधे में उनकी संलिप्तता, साहिबगंज में उनके करीबी के आवास से लगभग पांच करोड़ की नगद बरामदगी और राजनेताओं से उनके संबंधों में बारे में पूछताछ की गयी.


ईडी की छापेमारी से नहीं डरते पंकज?


इसके पहले ईडी की छापेमारी के बाद पंकज मिश्र ने चुनौती भरे लहजे में कहा था कि वह पूरी तरह साफ-सुथरा काम करते हैं और ईडी जैसी किसी जांच एजेंसी से वह नहीं डरते हैं. मंगलवार सुबह भी वह ईडी कार्यालय पहुंचे तो हाथ हिलाकर अभिवादन करते हुए घुसे थे.


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(इनपुट एजेंसी)


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