Punjab Ekta Party के विधायक सुखपाल सिंह खैरा के घर ED का छापा, मनी लॉन्ड्रिंग केस में कर रही है जांच
मनी लॉन्ड्रिंग केस में पंजाब एकता पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) के चंडीगढ़ स्थित घर समेत कई अन्य ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) छापेमारी कर रही है.
चंडीगढ़: पंजाब एकता पार्टी के विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) के चंडीगढ़ स्थित घर समेत कई अन्य ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) छापेमारी कर रही है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ कुछ समय पहले मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद ईडी की टीम सुखपाल सिंह के कई प्रॉपर्टी से जुड़े और बैंकिंग लेनदेन से जुड़े दस्तावेज को भी खंगालने में जुटी है.
सुखपाल खैरा के वकील ने लगाया ये आरोप
ईडी की कार्रवाई के दौरान सुखपाल सिंह खैरा और उनके घर में मौजूद सभी के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए थे. Zee मीडिया से खास बातचीत दौरान सुखपाल सिंह खैरा के वकील ने बताया की उन्हें इस कार्यवाही के दौरान अंदर मौजूद रहने से मना किया गया. उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक किसी भी कार्यवाही के दौरान वकील साथ रह सकता है.
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सुखपाल सिंह खैरा का सियासी सफर
सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) ने अपना राजनीतिक करियर कांग्रेस से शुरू किया था, लेकिन उनका सियासी सफर काफी अस्थिर रहा है. 2007 में उन्होंने कपूरथला के भुलत्थ विधान सभा सीट से जागीर कौर को हराकर सभी को हैरान कर दिया था. साल 2015 में कैप्टन अमरिंदर सिंह से मनमुटाव के बाद सुखपाल सिंह खैरा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था. हालांकि 2018 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें बर्खास्त कर दिया.
25 अप्रैल 2019 को सुखपाल सिंह खैरा ने पंजाब विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, लेकिन 22 अक्टूबर 2019 को उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने का ऐलान किया और कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें असंवैधानिक तरीके से पार्टी से निकाला था. सुखपाल सिंह खैरा ने साल 2019 में ही अपनी पार्टी पंजाब एकता पार्टी (Punjab Ekta Party) का गठन किया.
(इनपुट अनमोल गुलाटी)