Ex BrahMos Engineer: नागपुर की एक अदालत ने  सनसनीखेज फैसला सुनाते हुए ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व इंजीनियर निशांत अग्रवाल को उम्रकैद की सजा सुनाई है. अदालत ने उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने का दोषी ठहराया है.


अदालत ने दोषी ठहराया


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उन पर आरोप था कि उन्होंने ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली से जुड़ी गोपनीय जानकारी आईएसआई को सौंपी थी. यह मामला 2018 का है जब अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था. जांच के दौरान, अग्रवाल के खिलाफ कई सबूत मिले थे, जिसके आधार पर अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई.


फैसला देश की सुरक्षा के लिए


फैसले में पर कई डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह फैसला देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वालों के लिए एक कड़ी चेतावनी भी है. साथ ही, यह उन वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए भी एक जागरूकता का संदेश है जो संवेदनशील जानकारी तक पहुंच रखते हैं. उन्हें हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए और किसी भी प्रकार के लालच या दबाव में आकर देशद्रोह नहीं करना चाहिए.


यह सजा उन लोगों के लिए भी आश्वासन है जो देश की सुरक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. ऐसे देशद्रोही तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती रहेगी, ताकि देश की सुरक्षा हमेशा मजबूत बनी रहे.