नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) में हुई हिंसा के बाद सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर समेत किसानों के सभी धरना स्थलों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. सिंघु बॉर्डर पर पुलिस और आंदोलनकारी आमने-सामने आ गए हैं. सिंघु बॉर्डर पर RAF के जवानों की तैनाती भी कर दी गई है. पुलिस ने क्रेन से बैरिकेड हटाने शुरू कर दिए हैं. 


किसानों के खिलाफ सड़कों पर उतरी जनता 


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दूसरी तरफ, सड़क पर जाम और राजधानी में हिंसा करने के खिलाफ आज जनता सड़क पर उतर आई है. सिंघु बॉर्डर पर स्थानीय लोग आंदोलनकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. सिंघु के आस-पास के 40 गावों ने किसानों को बॉर्डर खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया है. 


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दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का संदेश


इस बीच दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव (SN Srivastava) ने पुलिसवालों के नाम संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा, 'आने वाले कुछ दिन हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं इसलिए हमे सचेत रहने की आवश्यकता है. किसान आंदोलन में हुई हिंसा में हमारे 394 साथी घायल हुए हैं. कुछ का इलाज अभी चल रहा है. आपके सूझबूझ से हम चुनौती का सामना कर पाए. हमें धैर्य और अनुशासन बनाए रखना है.'



गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस का फ्लैग मार्च


उधर, गाजीपुर बॉर्डर पर भी पुलिस बल बढ़ा दिया गया है. बॉर्डर पर पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद नगर निगम के सूत्रों के मुताबिक गाजीपुर बॉर्डर पर नगर निगम द्वारा दी गई  सुविधाओं को हटा लिया गया है. जैसे सफाई कर्मचारी, पानी की सुविधा, और टॉयलेट. सिर्फ दो टॉयलेट रखा गया है. 


टिकैत से 3 दिन में मांगा जवाब


गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस भेजा है.  FIR में दर्ज नेताओं के खिलाफ भी लुक आउट नोटिस जारी की गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत के टेंट पर नोटिस चिपकाया दिया गया है. पुलिस ने 3 दिन में उनसे जवाब मांगा है. 


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