Farmers Protest: Red Fort पर फहराया गया झंडा किसका? जानें, Nishan Sahib के बारे में
हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने ऐतिहासिक लाल किले (Red Fort) को घेर लिया. ऐतिहासिक स्थल की निचली प्राचीर पर झंडे फहराए. इन झंडों को लेकर Twitter पर बहस तेज है. कोई इसे खालिस्तानी झंडा (Khalistani Flag) बता रहा है तो कोई `निशान साहिब` (Nishan Sahib).
नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में जमकर बवाल किया. कई स्थानों पर पुलिस के साथ टकराव के बाद लाल किले (Red Fort) तक पहुंच गए. प्रदर्शनकारियों में शामिल एक बड़े समूह ने अपने हाथों में तिरंगा और किसान संघ के झंडे लेकर लाल किले को घेर लिया. कुछ युवाओं ने लाल किले पर झंडे फहरा दिए. इन झंडों को लेकर लोग अब तक असमंजश में हैं. सोशल मीडिया पर निशान साहिब (Nishan Sahib) का दावा किया जा रहा है.
ट्विटर (twitter) पर भी प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए झंडे (Flags Raised By Protesters) को लेकर बहस जारी है. भले ही लोग इसे खालिस्तानी झंडा (Khalistani Flag) बता रहे हैं या कुछ 'निशान साहिब' (Nishan Sahib) होने का दावा कर रहे हैं लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाया गया झंडा किसका है.
ट्विटर पर जंग!
राष्ट्रीय ध्वज अपनी जगह है
निशान साहिब क्यों?
क्या है निशान साहिब (What is Nishan Sahib symbolize?)
निशान साहिब (Nishan Sahib) या निशान साहब सिखों का पवित्र त्रिकोणीय ध्वज है. यह पर्चम कपास या रेशम के कपड़े का बना होता है, इसके सिरे पर एक रेशम की लटकन होती है. इसे हर गुरुद्वारे के बाहर, एक ऊंचे ध्वजडंड पर फहराया जाता है.
(नोट- Zee News झंडे का किसी धार्मिक या राजनीतिक संस्था से संबंध होने की पुष्टि नहीं करता.)
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