दोस्त रखनी है तो... भड़के फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को जमकर सुना दिया
Farooq Abdullah: जम्म-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को जमकर सुनाया है और चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वास्तव में भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं तो उन्हें आतंकवादी घटनाएं रोकनी होंगी.
Ganderbal Target Killing: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने रविवार को एक बार फिर टारगेट किलिंग की घटना को अंजाम दिया और डॉक्टर समेत 7 लोगों की हत्या कर दी. दहशतगर्दों की इस हरकत से जम्म-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भड़क गए हैं और पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि मैं पाकिस्तान के शासकों से कहना चाहता हूं कि अगर वे वास्तव में भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं तो उन्हें आतंकवादी घटनाएं रोकनी होंगी.
आतंकी हमले बंद नहीं होते, तब तक बात नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक पड़ोसी देश जम्मू-कश्मीर में हत्याएं बंद नहीं करता, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती. अब्दुल्ला ने रविवार को गांदरबल जिले में एक निर्माण स्थल पर हुए आतंकवादी हमले पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'मुझे नहीं पता कि भारत को क्या कदम उठाना चाहिए, यह केंद्र सरकार का अधिकार क्षेत्र है. यह हमारे लिए एक समस्या है और हम इसे वर्षों से झेल रहे हैं. मैं इसे 30 वर्ष से देख रहा हूं. मैंने उन्हें कई बार कहा है कि वे इसे रोकें लेकिन उनकी सोच ही ऐसी है.' उन्होंने कहा, 'बातचीत कैसे हो सकती है? आप हमारे निर्दोष लोगों को मारते हैं और फिर बातचीत के लिए कहते हैं. पहले हत्याएं करना बंद करो.'
फारूक अब्दुल्ला ने इस हमले को दर्दनाक घटना बताते हुए कहा कि इसमें यहां आजीविका कमाने आए गरीब लोग मारे गए. अब्दुल्ला ने कहा, 'यह बहुत ही दर्दनाक घटना है. गरीब मजदूर यहां आजीविका के लिए आते हैं ताकि वे अपने परिवारों का पेट भर सकें. इन दरिंदों ने उनकी हत्या कर दी. उनके साथ मारे गए लोगों में हमारा एक डॉक्टर भी था. उसने भी अपनी जान गंवा दी.'
कश्मीर, पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा: फारूक अब्दुल्ला
गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर हुए आतंकवादी हमले में एक स्थानीय डॉक्टर और छह गैर स्थानीय श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य लोग घायल हो गए. अब्दुल्ला ने कहा कि यदि आतंकवादी सोचते हैं कि वे इस तरह के कृत्यों से जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी हुकूमत स्थापित कर लेंगे तो यह उनकी गलतफहमी है. नेशनल कॉन्फ्रेस के अध्यक्ष ने कहा, 'इन दरिंदों को क्या मिलेगा? क्या वे सोचते हैं कि वे यहां पाकिस्तान स्थापित करेंगे? हम कई वर्षों से देख रहे हैं कि वे (आतंकवादी) वहां से आ रहे हैं. हम इस समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम अपनी मुश्किलों से बाहर आ सकें. मैं पाकिस्तान के शासकों से कहना चाहता हूं कि अगर वे वास्तव में भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं तो उन्हें यह बंद कर देना चाहिए. कश्मीर, पाकिस्तान (का हिस्सा) नहीं बनेगा.'
फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को याद दिलाई उसकी करतूत
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर के लोगों को शांति और सम्मान से रहने देना चाहिए और उसे अपने देश के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. अब्दुल्ला ने कहा, 'कृपया हमें सम्मान के साथ जीने दीजिए, हमें विकास करने दीजिए. आप हमें कब तक दुखी करेंगे? आपने 1947 में कबायली हमलावरों को भेजकर और निर्दोष लोगों को मारकर इसकी शुरुआत की थी. क्या आप यहां पाकिस्तान बनाने में सफल रहे? अगर आप 75 साल में सफल नहीं हुए, तो अब कैसे सफल होंगे?'
उन्होंने कहा, 'अल्लाह के लिए अपने देश का ख्याल रखें और विकास पर ध्यान दें तथा हमारी चिंता न करें. हम यहां गरीबी और बेरोजगारी को खत्म करना चाहते हैं. आतंकवाद के जरिए इसे हासिल नहीं किया जा सकता.' अब्दुल्ला ने कहा कि इस हमले का असर जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों पर पड़ेगा. उन्होंने कहा, 'अगर यह (रक्तपात) जारी रहा तो हम कैसे प्रगति करेंगे? समय आ गया है कि उन्हें इसे रोकना चाहिए अन्यथा बाद में इसके परिणाम कठोर होंगे.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)