Canada News: खुफिया एजेंसियों ने खालिस्तान के नाम पर कनाडा में 8 जुलाई को होने वाली भारत विरोधी रैली में हिंसा की आशंका आशंका जताई है. भारतीय एजेंसियों ने 20 ऐसे खालिस्तानियों का डोजियर तैयार किया है जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. खास तरीके के टूलकिट के जरिए कनाडा से लेकर अमेरिका तक भारत के खिलाफ रैली और प्रदर्शन करने की योजना तैयार की गई है. बता दें खालिस्तान समर्थकों ने 8 जुलाई को 'किल इंडिया'  नाम से एक रैली बुलाई है, जिसमें भारतीय राजनयिकों और भारत के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना तैयार की है.


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ज़ी मीडिया को खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक कनाडा (Canada), यूके(UK) और (USA) में सक्रिय सभी 20 खालिस्तानी समर्थक एंटी इंडिया हैशटैग बना कर भारत के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं.


विदेश मंत्रालय के 6 अधिकारी खालिस्तानियों के निशाने पर
जानकारी के मुताबिक यूके, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में तैनात भारतीय विदेश मंत्रालय के 6 अधिकारी खालिस्तानियों के निशाने पर हैं जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर भारत की चिंता बढ़ गई है. खालिस्तान समर्थक एक खास साजिश के तहत सभी 6 भारतीय डिप्लोमेट की तस्वीर और उससे जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं जिससे उनके लिए हाई कमीशन और दूतावास से भी बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.


8 जुलाई को कनाडा के टोरंटो, वैंकुअर के साथ साथ लंदन और मेलबर्न में भी खालिस्तान समर्थक रैली निकालने की तैयारी की है. भारत के खिलाफ खालिस्तानी साजिश को हवा देने के लिए सोशल मीडिया पर #IndianConsulateAttack, #KhalistanfreedomRally, #KhalistanReferendum, #diplomats और #Khalistan जैसे हैशटैग बनाकर उसे ट्रेंड कराने की भी कोशिश की जा रही है.


भारतीय कॉन्सुलेट पर हमला बड़ी साजिश का हिस्सा
इस महीने 2 जुलाई को सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में भारतीय कॉन्सुलेट पर हुए हमले की जांच में भारतीय एजेंसियां भी जुट गई है. खुफिया एजेंसियों को शक है कि सैन फ्रांसिस्को और इससे पहले दुनिया के कई देशों में एक साथ हो रहे हमले महज संयोग नहीं हैं बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा है. पिछले कुछ महीनों में कनाडा , UK और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय कॉन्सुलेट पर हुआ हमला खास रणनीति का हिस्सा है.


खुफिया एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक सैन फ्रांसिस्को के कॉन्सुलेट पर हमले के बाद मिशन में तैनात भारतीय डिप्लोमेट के नाम और उनके फोटो को खालिस्तान समर्थित गुटों के द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है जिससे उनकी सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा हो गया है.


सैन फ्रांसिस्को में स्थित भारतीय कॉन्सुलेट में आगजनी की घटनाओं को देखते हुए अब इसकी जांच देश की सबसे बड़ी जांच ऐजेंसी NIA से कराए जाने का फैसला किया गया है. NIA की टीम जल्द ही इस मामले की जांच के लिए सैन फ्रांसिस्को जा सकती है.


भारतीय एजेंसियां हमले से जुड़ी CCTV फुटेज की बारीकी से अध्यन कर रही हैं. हमले में शामिल सभी लोगों की प्रोफाइलिंग की जा रही है जिससे उनकी पहचान कर उनके खिलाफ करवाई की जा सके. शुरुआती जांच में ये पता चला है कि हमले में 8 लोग शामिल थे. इनमें से कुछ आरोपी इससे पहले भी सैन फ्रांसिस्को के भारतीय कॉन्सुलेट पर हुए हमले में शामिल रह चुके हैं.