PM Modi in Ashok Vihar: पीएम मोदी ने शुक्रवार को अशोक नगर में डेढ़ हजार से ज्यादा परिवारों की महिलाओं को फ्लैट की चाबी सौंपकर खुशियों की सौगात दी. स्वाभिमान अपार्टमेंट को गरीब लोगों के लिए उस जगह पर बनाया गया है, जहां पर पहले झुग्गियां होती थीं.
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Swabhiman Apartment Ashok Vihar: दिल्ली में आशियाना होना, बहुत से लोगों का सपना होता है. आज हजारों परिवारों के इसी सपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घरों की चाबियां सौंपकर पूरा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के अशोक विहार स्थित स्वाभिमान अपार्टमेंट (Swabhiman Apartment Ashok Vihar Delhi) में सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना के तहत झुग्गी झोपड़ी (जेजे) ग्रुप के निवासियों को चांबी सौंपी. नए बने 1,675 फ्लैट्स की चाबियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभार्थियों को सौंपी. इस प्रोजेक्ट के तहत हर फ्लैट के निर्माण पर खर्च किये गए 25 लाख रुपये में से पात्र लाभार्थियों को केवल 7 प्रतिशत का भुगतान करना होगा.
लाभार्थी को कितने रुपये देने होंगे?
आईएएनएस के अनुसार इस योजना के लाभार्थी को 1.42 लाख रुपये के योगदान के अलावा पांच साल के रखरखाव के लिए 30,000 रुपये देने होंगे. इस तरह एक लाभार्थी को 1.72 लाख रुपये में एक फ्लैट का मालिकाना हक मिल जाएगा. इस मौके पर फ्लैट की चाबी मिलने वालों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. आशियाना पाने की खुशी लोगों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी. प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया. प्रधानमंत्री ने नौरोजी नगर में विश्व व्यापार केंद्र (WTC) और सरोजिनी नगर में जनरल पूल आवासीय आवास (GPRA) टाइप-II क्वार्टर का उद्घाटन किया.
600 से ज्यादा पुराने क्वार्टर को कमर्शियल टावर से बदला
आपको बता दें नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ने 600 से ज्यादा पुराने क्वार्टर को नए कमर्शियल टावर से बदलकर इस इलाके का कायाकल्प किया गया है. इस प्रोजेक्ट में ग्रीन बिल्डिंग प्रोसीजन को शामिल किया गया है. इसमें सोलर एनर्जी उत्पादन और वर्षा जल संचयन प्रणाली जैसे प्रावधान भी किये गए हैं. सरोजिनी नगर में जीपीआरए टाइप-II क्वार्टर में 28 टावर शामिल हैं, इनमें 2,500 से ज्यादा हाउसिंग यूनिट हैं, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जनजीवन को प्रोत्साहित करते हैं. इनके डिजाइन में वर्षा जल संचयन प्रणाली, सीवेज और जल उपचार संयंत्र तथा सौर ऊर्जा से चलने वाले अपशिष्ट कॉम्पैक्टर शामिल हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ का प्रोजेक्ट
प्रधानमंत्री ने दिल्ली के द्वारका में सीबीएसई के एकीकृत कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया, जिस पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह परिसर उच्च पर्यावरणीय मानकों के अनुसार बनाया गया है और इसे भारतीय हरित भवन परिषद (IGBC) के प्लेटिनम रेटिंग स्टैंडर्ड के अनुरूप तैयार किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर .ज्यादा की लागत वाले नई प्रोजेक्ट की आधारशिला भी रखी. इनमें सूरजमल विहार में एक अकादमिक ब्लॉक और द्वारका में एक अकादमिक ब्लॉक शामिल हैं. इसके अलावा नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का नया भवन भी होगा, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.